शशि थरूर ने कहा, ‘जब विपक्ष के नेता सार्वजनिक तौर पर ऐसे आरोप लगाएं तो उसकी जांच की जानी चाहिए। यह मामला बेहद गंभीर है। विपक्ष के नेता किसी ऐसी बात की ओर इशारा कर रहे हैं जो सार्वजनिक डोमेन में है। साथ ही, पूर्व पुलिस महानिरीक्षक एसएम मुश्रीफ ने अपनी किताब में इसका जिक्र किया है। इसमें कहा गया कि करकरे के शरीर में जो गोलियां मिलीं, वह अजमल कसाब ने नहीं चलाईं थीं। ये पुलिस रिवॉल्वर से चलाई गईं हो सकती हैं।’ कांग्रेस नेता ने कहा कि अभी भी देर नहीं हुई है और देश को इसका सच जानने का अधिकार है।
थरूर बोले- संपादकों पर मेरा नियंत्रण नहीं
वहीं, सुधांशु त्रिवेदी ने शशि थरूर की ओर से एक बांग्लादेशी अखबार में लिखे आर्टिकल का भी जिक्र किया। इस लेख में पीएम मोदी की आलोचना की गई है और मौजूदा लोकसभा चुनावों का विश्लेषण किया है। उन्होंने कहा कि जब भारत में चुनाव हो रहे हैं तो वह दूसरे देश में जनता की राय बना रहे हैं। हालांकि, थरूर ने बाद में सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने कहीं भी अपने लेखन या बयानों में इस तरह के शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि यह बदलाव अखबार के संपादकों की ओर से किया गया है जिसे वह स्पष्ट रूप से अस्वीकार करते हैं। उन्होंने कहा कि विदेशी अखबारों के संपादकों पर मेरा कोई नियंत्रण नहीं है।
चन्नी के बयान पर भी त्रिवेदी ने साधा निशाना
बीजेपी नेता त्रिवेदी ने इस क्रम में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के उस दावे का भी हवाला दिया, जिसमें उन्होंने जम्मू-कश्मीर में सैन्य कर्मियों पर हमले को चुनावी स्टंट बताया था। उन्होंने 5 अन्य उदाहरणों का उल्लेख किया। इनमें पाकिस्तानी नेता चौधरी फवाद हुसैन की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना, राहुल गांधी की प्रशंसा करना, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला की ओर से पाकिस्तान के पास परमाणु हथियार होने के दावे का उल्लेख शामिल है। त्रिवेदी ने दावा किया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता अब्दुल्ला ने जो कहा वह बहुत ही चौंकाने वाला खुलासा है, क्योंकि अभी तक केवल कुछ पाकिस्तानी नेताओं ने इस तरह की टिप्पणी की है। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) से संबंधित एक सवाल का जवाब देते हुए जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा था कि पाकिस्तान ने चूड़ियां नहीं पहन रखी हैं और उसके पास परमाणु हथियार हैं। भाजपा नेता ने कहा कि इस तरह की टिप्पणियां महिलाओं का भी अपमान हैं।