स्पोर्ट्स डेस्क: चेन्नई सुपर किंग्स ने अपने आखिरी लीग मुकाबले में गुजरात टाइटंस को 83 रनों से हराकर सीजन का समापन किया, लेकिन टीम प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी है। इसके साथ ही एक बार फिर एमएस धोनी के भविष्य को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
आईपीएल 2025 में धोनी ने ऋतुराज गायकवाड़ के चोटिल होने के बाद कप्तानी की जिम्मेदारी संभाली थी, लेकिन टीम को जीत की राह पर वापस लाने में वह सफल नहीं हो सके। इस सीजन धोनी का व्यक्तिगत प्रदर्शन भी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा। उन्होंने 14 मैचों में मात्र 24.50 की औसत से कुल 196 रन बनाए।
चेन्नई सुपर किंग्स ने इस सीजन 14 में से केवल 4 मुकाबले जीते और 10 में हार झेली। टीम 8 अंकों के साथ पॉइंट्स टेबल में सबसे नीचे रही।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में धोनी के प्रदर्शन को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा,
“धोनी पिछले कुछ सीजन से सातवें नंबर या उससे भी नीचे बल्लेबाजी कर रहे हैं। इस बार करीब 45 प्रतिशत पारियों में वह आठवें या नौवें नंबर पर आए। उन्होंने कुछ छक्के जरूर लगाए हैं, लेकिन अधिकतर रन तब आए जब मैच पहले ही हाथ से निकल चुका था।”
आकाश चोपड़ा ने यह भी कहा कि धोनी का विजयी मुकाबलों में योगदान खास नहीं रहा है। स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ धोनी की डॉट बॉल प्रतिशत भी 45% रही है, जो चिंताजनक है।
“एक विकेटकीपर के तौर पर भी उनके आंकड़े इस बार थोड़े कमजोर रहे हैं। उन्होंने भले ही पांच कैच लपके हों, लेकिन चार कैच ड्रॉप भी किए हैं, जो धोनी जैसे अनुभवी खिलाड़ी से उम्मीद नहीं की जाती। साथ ही, इस सीजन में उन्होंने विकेट के पीछे सबसे ज्यादा रन खर्च किए हैं,” चोपड़ा ने कहा।
अब जबकि चेन्नई का अभियान समाप्त हो चुका है, सवाल यही है—क्या धोनी अगले सीजन में फिर से नजर आएंगे या यह मौन विदाई थी? प्रशंसकों को उनके निर्णय का इंतजार रहेगा।