नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों के लिए दिल्ली में इस बार मतदान पिछली बार की तुलना में पांच डिग्री ज्यादा तापमान में होगा। इसके साथ ही कहीं-कहीं लू की स्थिति रहने और धूल उड़ाने वाली हवा चलने के भी आसार हैं। मतदान के प्रतिशत पर भी इसका असर पड़ने के आसार हैं। दिल्ली की गर्मी ने इस बार चुनाव प्रचार कर रहे राजनीतिज्ञों का कड़ा इम्तहान लिया है। अब बारी मतदाताओं के इम्तहान की है। शनिवार को दिल्ली में झुलसाने वाली गर्मी बनी रहने के आसार हैं।
मौसम विभाग का अनुमान है कि शनिवार को दिल्ली के सफदरजंग मौसम केन्द्र का अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है। इस दौरान, 25 से 35 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली धूल उड़ाने वाली हवाएं चल सकती हैं। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने गर्मी और लू का येलो अलर्ट भी जारी किया है। अगर वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनावों के साथ इस बार की तुलना करें तो लोगों को पांच डिग्री सेल्सियस ज्यादा तापमान में मतदान करना होगा। वर्ष 2019 के चुनाव में दिल्ली में मतदान 12 मई को आयोजित किया गया था। उस दिन दिल्ली के सफदरजंग मौसम केन्द्र का अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस रहा था। लेकिन, इस बार तापमान 44 डिग्री यानी पिछली बार से पांच डिग्री ज्यादा रहने की संभावना है।
पूर्वी हवाओं से ताप हुआ कम, लेकिन नमी बढ़ी
दिल्ली के लोग पिछले लगभग सप्ताह भर से भीषण गर्मियों का सामना कर रहे थे। राजस्थान की ओर से आने वाली सूखी और गर्म हवाओं के चलते दिल्ली के लोगों को झुलसाने वाली गर्मियों का सामना करना पड़ रहा था। पिछले दो दिनों से हवा की दिशा मुख्य तौर पर पूर्वी हुई है। इसके चलते तापमान में तो कमी आई है, लेकिन नमी बढ़ने के चलते उमस ज्यादा हो रही है। शुक्रवार को दिल्ली का हीट इंडेक्स 50.8 के अंक पर रहा। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले दो दिनों में दिल्ली का हीट इंडेक्स 53 से 55 के अंक पर रह सकता है।
धूप के साथ-साथ उमस से भी परेशानी
दिल्ली के लोगों को इस समय कड़ी धूप के साथ-साथ उमस का भी सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली के सफदरजंग मौसम केन्द्र में शुक्रवार दिन का अधिकतम तापमान 41.7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जो कि सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस ज्यादा है। जबकि, न्यूनतम तापमान 30.8 डिग्री सेल्सियस रहा। जो कि सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस ज्यादा है। यहां पर आर्द्रता का स्तर 63 से 37 फीसदी तक रहा।