नई दिल्ली : 25 मई को दिल्ली में होने वाले मतदान के दिन हीट वेव से बचाव की तैयारियों के लिए बजट पिछले लोकसभा चुनावों की तुलना में डबल कर दिया है। 2019 लोकसभा चुनाव में मतदान केंद्रों पर तैयारियों के लिए एमसीडी और अन्य लोकल बॉडी को कुल 15 करोड़ रुपये बजट दिया गया था। इस बार दिल्ली निर्वाचन आयोग ने लोकल बॉडी को 30 करोड़ रुपये बजट दिया है। हर डिपार्टमेंट को मतदान के दिन अपने स्तर पर विशेष तैयारियों के लिए कहा गया है।
दिल्ली में जारी है हीटवेव का कहर
दिल्ली निर्वाचन आयोग के अफसरों के अनुसार हीटवेव का कहर लंबे समय से जारी है। जिस दिन दिल्ली में मतदान है, उस दिन टेंपरेचर 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक होने का पूर्वानुमान मौसम विभाग का है। मतदाताओं को अपने घरों से निकलकर मतदान केंद्र तक आने में सहूलियत हो, इसके लिए विशेष प्रबंध करने के लिए कहा गया है। अफसरों का कहना है कि साल 2019 में पोलिंग स्टेशन की जितनी संख्या थी, 2024 लोकसभा चुनाव में भी पोलिंग स्टेशन की संख्या लगभग उतनी ही है। लेकिन, हीटवेव के चलते इस बार प्रत्येक मतदान केंद्र पर व्यवस्थाएं बेहतर की जा रही है, ताकि लोगों को मतदान में किसी तरह की असुविधा न हो। प्रत्येक मतदान केंद्र पर बेहतर सुविधाओं के लिए 2019 लोकसभा चुनाव की तुलना में व्यवस्थाओं का बजट बढ़ाकर डबल कर दिया गया है।
567 पोलिंग स्टेशन किसी स्कूल/कॉलेज में नहीं
अफसरों का कहना है कि दिल्ली में 25 मई को होने वाले मतदान के लिए कुल 13,637 पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। इनमें से 199 लोकेशन पर 567 ऐसे पोलिंग स्टेशन हैं, जो किसी स्कूल, कॉलेज या किसी भी एजुकेशन इंस्टिट्यूट की बिल्डिंग में नहीं हैं। ये पोलिंग स्टेशन किसी गवर्नमेंट बिल्डिंग में बनाए गए हैं। इसलिए इन 567 पोलिंग स्टेशन पर एमसीडी अफसर मतदाताओं को मिलने वाली न्यूनतम सुविधाओं की व्यवस्था जरूर करें। आयोग ने एमसीडी, एनडीएमसी और दिल्ली कैंट बोर्ड अफसरों को आदेश दिया है कि वे हर एक पोलिंग स्टेशन का एक इंचार्ज नियुक्त करें, जो पोलिंग स्टेशन पर तमाम सुविधाओं को सुनिश्चित कर सके। पोलिंग स्टेशन पर सुविधाओं के न होने की शिकायत अगर कोई मतदाता करता है, तो पोलिंग स्टेशन इंचार्ज की जिम्मेदारी तय की जा सके।
हर मतदान केंद्र पर पर्याप्त संख्या में वॉटर कूलर
आयोग ने दिल्ली सरकार के एजुकेशन विभाग के अफसरों को निर्देश दिया है कि मतदान के दिन 13,637 मतदान केंद्रों में से प्रत्येक पर पर्याप्त संख्या में वॉटर कूलर लगाए जाएं। इसके अलावा एमसीडी के प्रत्येक जोन में एक वॉटर टैंकर की भी व्यवस्था की जाए। पानी पीने के लिए डिस्पोजल ग्लास जरूर रखे जाएं।