मनीला: गुरुवार को रॉयटर्स द्वारा प्राप्त सैटेलाइट तस्वीरों में दक्षिण चीन सागर में स्थित विवादित थिटु द्वीप के पास चीनी नागरिक जहाजों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। यह द्वीप मनीला का एक प्रमुख पोस्ट है। हालांकि, फिलीपींस नौसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसे “चिंता का विषय नहीं” बताया है।
60 जहाज थिटु द्वीप के करीब
मैक्सर टेक्नोलॉजीज द्वारा सोमवार को ली गई तस्वीरों में लगभग 60 जहाज दिखाई दे रहे हैं, जिनमें से कुछ थिटु द्वीप से केवल 2 समुद्री मील की दूरी पर हैं। इस द्वीप को मनीला अपने क्षेत्र में चीनी जहाजों और विमानों पर नजर रखने के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण मानता है।
चीनी “समुद्री मिलिशिया” की मौजूदगी
फिलीपींस वेस्टर्न कमांड के प्रमुख वाइस एडमिरल अल्फोंसो टोरेस ने कहा कि इस क्षेत्र में “समुद्री मिलिशिया” जहाजों का जमावड़ा आम बात है। फिलीपींस, पेंटागन और विदेशी राजनयिकों का मानना है कि ये जहाज चीनी कोस्ट गार्ड और नौसेना के साथ काम करते हैं ताकि विवादित जल क्षेत्र में चीन की मौजूदगी को मजबूत किया जा सके।
फिलीपींस नौसेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल रॉय त्रिनिदाद ने इन जहाजों को “अवैध मौजूदगी” बताया, लेकिन कहा कि इससे चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा, “हम हर गतिविधि पर प्रतिक्रिया देने की जरूरत नहीं समझते… हमारे लिए महत्वपूर्ण यह है कि हम अपनी स्थिति बनाए रखें।”
थिटु द्वीप की रणनीतिक भूमिका
थिटु द्वीप, जिसे फिलीपींस में पग-आसा कहा जाता है, दक्षिण चीन सागर में मनीला का सबसे बड़ा और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण द्वीप है। इस जल क्षेत्र पर चीन का व्यापक दावा है, जबकि 2016 में हेग के स्थायी मध्यस्थता न्यायालय ने इसे अवैध करार दिया था।
चीन के इरादों पर शक
विश्लेषकों का मानना है कि चीन, फिलीपींस के प्रतिक्रिया को परखने की कोशिश कर रहा है। इसके अलावा, यह भी संभावना है कि चीन, थिटु द्वीप पर निर्माण कार्य को धीमा करने की कोशिश कर रहा है। यहां एक नया एयरक्राफ्ट हैंगर बन रहा है, जो फिलीपींस की निगरानी क्षमताओं को और मजबूत करेगा।
घरेलू राजनीतिक तनाव का फायदा?
सिंगापुर के सुरक्षा विशेषज्ञ कॉलिन कोह का कहना है कि बीजिंग फिलीपींस में चल रहे घरेलू राजनीतिक तनाव का फायदा उठाने की कोशिश कर सकता है। हाल ही में उपराष्ट्रपति सारा दुतेर्ते ने राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर पर आरोप लगाया कि वह उन्हें पद से हटाना चाहते हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में थिटु द्वीप के पास चीनी जहाजों की गतिविधियों पर नजर बनाए रखना आवश्यक होगा।