कोलकाता:पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल सीवी आनंद बोस के बीच जंग तेज हो गई है। सोमवार को ममता बनर्जी ने गवर्नर को चेतावनी देते हुए कहा कि वह चुनी हुई सरकार से पंगा न लें। ममता बनर्जी ने एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि राज्यपाल को चुनी हुई सरकार से पंगा नहीं लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्यपाल संवैधानिक नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। मैं इस पद का सम्मान करती हूं लेकिन उनकी असंवैधानिक गतिविधियों का समर्थन नहीं करती। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमने बंगाल से सीपीएम का शासन खत्म किया था। अब लोकसभा चुनाव में हम भाजपा को हराएंगे।
गवर्नर सीवी आनंद बोस ने रविवार को सिलीगुड़ी में एक नाबालिग के रेप और मर्डर की घटना पर राज्य सरकार की निंदा की थी। उन्होंने कहा था कि कन्या का जीवन बचे कन्याश्री योजना का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा था, ‘मैं कन्याश्री योजना पर बोलना चाहता हूं। कन्या के जीवन के बिना कन्या श्री का क्या मतलब है। जब तक समाज एक लड़की की जान नहीं बचा सकता, तब तक बड़े-बड़े दावे करने का कोई फायदा नहीं है।’ बंगाल सरकार की ओर से शुरू की गई कन्याश्री योजना के तहत गरीब परिवारों की लड़कियों को आर्थिक मदद करने का प्रावधान है।
गवर्नर ने क्या कहा था, जिस पर भड़क गईं ममता बनर्जी
सिलीगुड़ी की घटना की निंदा करते हुए गवर्नर ने कहा था, ‘हमने एक मासूम बेटी को बेहद क्रूर हत्याकांड में खो दिया। किसी भी बेटी के साथ ऐसा बंगाल या फिर कहीं भी नहीं होना चाहिए। मुझे बहुत दुख होता है।’ बता दें कि पंचायत चुनाव में हुई हिंसा के बाद से ही गवर्नर और मुख्यमंत्री के बीच कई मुद्दों पर बहस हो चुकी है। राज्यपाल ने रविवार को अपने बयान के साथ यह भी कहा था कि किसी भी मसले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। हालांकि उनका बयान सीएम ममता बनर्जी को नागवार गुजरा है और उन्होंने पंगा न लेने की चेतावनी दे डाली है।
ममता का दावा- दिसंबर में भी हो सकते हैं लोकसभा चुनाव
इस बीच जादवपुर यूनिवर्सिटी में जारी प्रदर्शनों को लेकर ममता बनर्जी ने कहा कि यह उत्तर प्रदेश नहीं है। ‘गोली मारो’ जैसे नारे लगाने वालों को अरेस्ट किया जाएगा। ममता बनर्जी ने अपने भाषण में लोकसभा चुनावों के जल्दी होने की भी भविष्यवाणी कर डाली। उन्होंने कहा कि यदि दिसंबर में ही लोकसभा के चुनाव हो जाएं तो कोई सरप्राइज वाली बात नहीं होगी।