पुष्टिमार्गीय संप्रदाय के मंदिर ठाकुर द्वारकाधीश के विधि एवं मीडिया प्रभारी राकेश तिवारी एडवोकेट ने बताया कि देवोत्थान एकादशी के दिन से द्वारकाधीश के दर्शन के सायं काल के समय में परिवर्तन किया गया है।
4 नवंबर को मंगला, श्रृंगार, ग्वाल और राजभोग के दर्शन पूर्व की तरह होंगे। उत्थापन के दर्शन शाम 7:30 बजे होंगे। मंडप के दर्शन रात्रि 8:15 बजे और जागरण की झांकी रात्रि 10 बजे होंगे। रात्रि 11:45 बजे तुलसी-शालिग्राम का विवाह होगा। 5 नवंबर की मंगला, श्रृंगार, ग्वाल और राजभोग के दर्शन प्रात सुबह 4:30 बजे से 5 बजे तक होंगे। उसके बाद 5 नवंबर को सुबह की अन्य कोई झांकी नहीं होगी।
5 नवंबर को उत्थापन के दर्शन सायं 3:30 बजे से 3:50 बजे तक होंगे। तत्पश्चात भोग के दर्शन 4:20 से 4:40 तक, संध्या आरती 4:55 से 5:10 तक एवं शयन के दर्शन 6 बजे से 7 बजे तक होंगे। इस बदले समय के अनुसार भगवान आधा घंटा पहले 7 बजे शयन करने लगेंगे।