नई दिल्ली:मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी (Abdel Fattah Al Sisi) इस बार गणतंत्र दिवस में मुख्य अतिथि होंगे। भारत और मिस्र के बीच राजनयिक संबंधों के 75 साल पूरे होने के इस महत्वपूर्ण अवसर पर जश्न मनाने के लिए मिस्र के राष्ट्रपति को आमंत्रित किया गया है। दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 75 साल पूरे होने पर विदेश मंत्रालय के सचिव औसाफ सईद ने सोमवार को कहा कि इस दौरान दोनों देशों के बीच आपसी गर्मजोशी और दोस्ती मजबूत हुए हैं। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त 1947 को भारत को स्वतंत्रता मिलने के सिर्फ तीन दिन के बाद ही दोनों देशों ने औपचारिक संबंध स्थापित किए थे।
उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह को गणतंत्र दिवस के लिए मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया था, जिसका उन्होंने गर्मजोशी से स्वीकार किया। विदेश मंत्रालय के सचिव औसाफ सईद ने कहा, ‘पीएम मोदी ने गणतंत्र दिवस के लिए मुख्य अतिथि के लिए राष्ट्रपति सीसी को आमंत्रित किया था, जिसका उन्होंने गर्मजोशी से स्वीकार कर लिया है। हमने इस साल अपनी जी 20 की अध्यक्षता के दौरान मिस्र को अतिथि देश के रूप में आमंत्रित किया है।’ उन्होंने कहा कि यह संतोष और सभ्यता का विषय है कि भारत और मिस्र के बीच संबंध न केवल समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं बल्कि आपसी गर्मजोशी, दोस्ती और सद्भावना से और भी मजबूत हुए हैं।’
मालूम हो कि मिस्र के राष्ट्रपति इससे पहले भी भारत आ चुके हैं। साल 2015 में उन्होंने पहली बार भारत की यात्रा की थी। सीसी की आगामी भारत यात्रा उनके राष्ट्रपति बनने के बाद तीसरी होगी। इससे पहले दिसंबर में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद को बताया था कि इस बार के गणतंत्र दिवस में मुख्य आतिथि के तौर पर मिस्र के राष्ट्रपति को बुलाया गया है और उन्होंने निमंत्रण को स्विकार कर लिया है।