इस्लामाबाद: पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता इमरान खान ने शुक्रवार को आवाम को संबोधित किया। अपने संबोधन में इमरान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मुझे काफी मायूसी हुई। सुप्रीम कोर्ट को विचार करना चाहिए था कि आखिर साजिश क्या थी। कैसे एक विदेशी ताकत ने किसी देश को धमकी दी। कैसे खुलेआम हार्स ट्रेडिंग की जा रही थी। इसके साथ ही इमरान ने आवाम को किसी भी थोपी गई सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरने की अपील की। जानें इमरान खान ने क्या बातें कही…
अविश्वास प्रस्ताव से पहले इमरान खान ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे तसल्ली होती कि सुप्रीम कोर्ट कम से कम डाक्यूमेंट मंगा कर देख लेता। खुलेआम हार्स ट्रेडिंग की जा रही है। सांसदों को होटलों में बंद किया जा रहा है। दुनिया की किस जम्हूरियत में इस तरह की इजाजत दी जाती है। आज हमारी डिमोक्रेसी का मजाक बन रहा है। मेरा ईमान है कि जब तक इंसाफ नहीं हो मैं इसके लिए लड़ाई लड़ूं। देश की आवाम को भी आगे आना होगा…
इमरान खान ने कहा कि मैं चाहता था कि सुप्रीम कोर्ट इस बात पर गौर करता कि बाहर से एक मुल्क पूरी साजिश करके कैसे एक सरकार को गिराता है। यह कोई छोटा आरोप नहीं था। यह इतना गंभीर आरोप था जिसकी जांच होनी चाहिए थी लेकिन मुझे थोड़ी मायूसी हुई कि इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट में कोई बात ही नहीं हुई। मैं अपने युवाओं से कहना चाहता हूं कि आज देश की संप्रभुता की रक्षा करने की जिम्मेदारी आपकी है।
इमरान ने कहा कि पाकिस्तान के जनप्रतिनिधि अपने जमीर बेच रहे हैं। नेता रिश्वत लेकर सरकार गिरा रहे हैं। मैं सपने देखा करता था कि देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है। मौजूदा वक्त में देश की सियासत में जो हो रहा है। उससे इस सपने को चोट पहुंच रही है। आज भारत को देखिए जो हमारे साथ ही आजाद हुआ। वह एक खुद्दार मुल्क है। आज किसी भी विदेशी ताकत की मजाल नहीं है जो भारत में ऐसा करके दिखाए।
इमरान ने कहा कि पिछली सरकारों और विपक्षी नेताओं पर हमला बोलते हुए कहा कि मुकदमों से खुद को बचाने के लिए विपक्ष के लोग छटपटा रहे हैं। मैं आवाम से कह रहा हूं कि देश को आप को बचाना है। विदेशी साजिशों के खिलाफ आप नहीं खड़े होंगे तो कौन होगा। आपको अपने भविष्य की रक्षा करनी होगी। जिंदा कौम थोपी गई सरकारों को बर्दाश्त नहीं करती है। आपको थोपी गई सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरना होगा लेकिन किसी भी सूरत में हिंसा नहीं करनी है।
इमरान ने देश के युवाओं से रविवार को थोपी गई सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरने की अपील की। उन्होंने कहा कि आपको किसी भी सूरत में इम्पोर्टेड सरकार को बर्दाश्त नहीं करनी है। जिस दिन हम पर सरकार थोपी जाएगी उसी दिन आपको इसके खिलाफ उतरना होगा। मैं आपके साथ रहूंगा। मैं अमेरिकी विरोधी नहीं हूं लेकिन हमें एकतरफा रिश्तों की जरूरत नहीं है। भारत को देखिए उसकी विदेश नीति पर हुक्म नहीं चला सकता है…
गौरतलब है कि पाकिस्तान सरकार ने प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के पीछे ‘विदेशी साजिश’ की जांच के लिए सेना के एक सेवानिवृत्त अधिकारी की अध्यक्षता में आयोग का गठन किया है। वहीं, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मद्देनजर इमरान खान शुक्रवार की रात अपने देश के लोगों को संबोधित करने वाले हैं, जिसमें ‘महत्वपूर्ण घोषणा’ कर सकते हैं। पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री खान की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में जांच आयोग गठित करने का फैसला किया गया।
फवाद चौधरी ने यह भी कहा कि सरकार शनिवार को नेशनल असेंबली में उस धमकी वाले पत्र के तथ्यों को रखेगी, जिसमें कथित रूप से प्रधानमंत्री खान को हटाने के लिए रची गई एक विदेशी साजिश के सुबूत हैं। चौधरी ने कहा कि सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल तारीक खान आयोग के अध्यक्ष होंगे। आयोग यह पता लगाएगा कि यह साजिश कहां रची गई और सरकार को गिराने की इस साजिश में स्थानीय स्तर पर कौन-कौन शामिल था। डान अखबार के मुताबिक चौधरी ने यह भी कहा कि शुक्रवार की रात राष्ट्र के अपने संबोधन में प्रधानमंत्री खान एक महत्वपूर्ण घोषणा करेंगे।