हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल भाद्रपद मास में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर गणेश चतुर्थी का पावन पर्व मनाया जाता है। इस पर्व को बड़े ही धूम- धाम से मनाया जाता है। इसी दिन से 10 दिनों तक चलने वाले गणेश महोत्सव की शुरुआत भी हो जाती है। गणेश चतुर्थी के दिन लोग घरों में गणपति की प्रतिमा की स्थापना करते हैं। लोग 10 दिन के लिए घर में गणपति को विराजमान करते हैं। अनंत चतुर्दशी के लिए गणपति को विदाई देकर उनकी प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान गणेश की कृपा से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं और जीवन आनंदमय हो जाता है। आइए जानते हैं गणेश चतुर्थी डेट, पूजा- विधि, शुभ मुहूर्त, सामग्री की लिस्ट और मंत्र…
गणेश चतुर्थी डेट- 31 अगस्त, 2022
मुहूर्त-
- चतुर्थी तिथि प्रारम्भ – अगस्त 30, 2022 को 03:33 पी एम बजे
- चतुर्थी तिथि समाप्त – अगस्त 31, 2022 को 03:22 पी एम बजे
पूजा- विधि
- इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें।
- स्नान करने के बाद घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
- इस दिन गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना की जाती है।
- गणपित भगवान का गंगा जल से अभिषेक करें।
- गणपति की प्रतिमा की स्थापना करें।
- संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें।
- भगवान गणेश को पुष्प अर्पित करें।
- भगवान गणेश को दूर्वा घास भी अर्पित करें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दूर्वा घास चढ़ाने से भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं।
- भगवान गणेश को सिंदूर लगाएं।
- भगवान गणेश का ध्यान करें।
- गणेश जी को भोग भी लगाएं। आप गणेश जी को मोदक या लड्डूओं का भोग भी लगा सकते हैं।
- भगवान गणेश की आरती जरूर करें।
पूजा सामग्री लिस्ट
- भगवान गणेश की प्रतिमा
- लाल कपड़ा
- दूर्वा
- जनेऊ
- कलश
- नारियल
- पंचामृत
- पंचमेवा
- गंगाजल
- रोली
- मौली लाल
पूजा के समय ऊं गं गणपतये नम: मंत्र का जाप करें। प्रसाद के रूप में मोदक और लड्डू वितरित करें।