जयपुर:राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गोवंश में फैली लम्पी स्किन बीमारी की रोकथाम के लिए सभी जिला कलक्टर्स को बिना टेंडर दवाईयां खरीदने एवं युद्धस्तर पर इस महामारी के उपचार एवं रोकथाम के लिए पुख्ता प्रबन्ध करने के निर्देश दिए हैं। सीएम गहलोत ने मुख्यमंत्री निवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी प्रभारी मंत्री एवं जिला कलक्टर्स के साथ लम्पी स्किन रोग की रोकथाम को लेकर रविवार को समीक्षा बैठक की है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पूरी गंभीरता एवं संवेदनशीलता के साथ पशुओं में फैल रहे इस रोग पर नियंत्रण पाने के लिए कार्य कर रही है। कई जिलों में स्थिति सामान्य भी हो रही है। कोरोना काल के दौरान राज्य सरकार का जो प्रभावी प्रबंधन रहा वैसा ही आज की परस्थितियों में जनता, जनप्रतिनिधि एवं अधिकारियों के समन्वय से संभव हो पाया है। सरकार दवाईयों, चिकत्सिकों, एंबुलेंस सहित अन्य आवश्यकताओं के लिए धन की कमी नहीं आने दे रही है। राज्य सरकार हर पशुपालक के साथ खड़ी है और सभी के सहयोग से इस संक्रमण से जल्द निजात पा सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने गौवंश को हमारा सम्मान तथा इसका संरक्षण और संवर्धन राज्य सरकार की प्राथमिकता बताते हुए कहा कि सरकार द्वारा गौशालाओं के लिए अनुदान की अवधि को छह महीने से बढ़ाकर नौ महीना कर दिया गया है। गोपालन विभाग बनाकर गौवंश संवर्धन के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने 15 अगस्त को राज्य के सभी जिला प्रमुख, प्रधान, सरपंच, वार्डपंच, पशुपालक, पंचायती राज, नगर परिषद, नगर पालिका के सदस्य, गौशाला प्रबंधक व अधिकारियों के साथ वीसी के माध्यम से अहम बैठक आयोजित करने के निर्देश भी दिए।
अशोक गहलोत ने कहा कि संक्रमित पशुओं के उपचार में जुटे चिकत्सिकों, वेटेनरी स्टाफ और विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की सजगता और सतर्कता से संक्रमण और मत्यु दर में कमी आई है। उन्होंने कहा कि जिस तरह कोरोना काल में विधायकों द्वारा अपने एमएलए फंड से सहायता राशि दी गई, उसी तरह अब भी जारी की गई है। राज्य सरकार की अपील पर बड़ी संख्या मे भामाशाह एवं स्वंयसेवी संगठन सहयोग के लिए आगे आए हैं। उन्होंने कहा कि रोकथाम के लिए विधायक, महापौर, जिला प्रमुख, प्रधान, सरंपचों सहित सभी जनप्रतिनिधिगण अपने क्षेत्रों में दौरा कर पशुपालकों को जागरूक कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यतः प्रभावित जिले श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, नागौर, पाली, बीकानेर, जैसलमेर, बाडमेर, सिरोही, जालौर तथा जोधपुर में संक्रमण एवं मृत्यु दर में कमी आई है। साथ ही जयपुर, अजमेर, सीकर, झुंझंनूं एवं उदयपुर में स्थिति पर निरंतर मॉनिटरिंग की जा रही है। भैंसों में भी संक्रमण फैलने की आशंका के मद्देनजर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।