जयपुर:राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने बड़ा हमला बोला है। सीएम गहलोत ने कहा कि हमारी लड़ाई विचारधारा की लड़ाई है। लेकिन यह लोग हमसे दुश्मनी रखते हैं। कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते हैं। लेकिन आप लोगों के बाप-दादा आ जाएंगे तो भी कांग्रेस मुक्त भारत नहीं होगा। कांग्रेस की विचारधारा वही है जो देश के डीएनए की विचारधारा है। गहलोत ने कहा कि देश संविधान और कानून से चलता है। लेकिन वर्तमान केंद्र सरकार देश को संविधान और कानून से नहीं, बल्कि अपनी सोच से चलाना चाहती है। सीएम गहलोत ने कहा कि आरएसएस और बीजेपी ने देश में करप्शन का ऐसा आतंक मचाया हुआ है कि 10 गुना ज्यादा भ्रष्टाचार बढ़ गया है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एआईसीसी कांग्रेस मुख्यालय में दिल्ली पुलिस के घुसने पर भाजपा पर निशाना साधा है। गहलोत ने कहा कि राजस्थान के बीजेपी दफ्तर में पुलिस घुस जाएगी तो बीजेपी पर क्या बीतेगी। सीएम गहलोत ने दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए पीएम मोदी पर जमकर प्रहार किए। सीएम ने कहा कि राजस्थान में हमारी सरकार है। बीजपी वाले राजस्थान में आंदोलन करें, तो क्या हम वो ही व्यवहार करें जो इन्होंने हमारे साथ किया। एआईसीसी का दरवाजा तोड़कर अंदर घुस गए। मीडियावालों को और वर्कर्स को पीटकर बाहर निकाल दिया। राजस्थान में आज हम लोग सरकार में है। बीजेपी अगर शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रही है। धरना दे रही है। प्रदर्शन कर रही है, तो करे वो डेमोक्रेसी है। तो क्या हम ऐसा ही व्यवहार करें वहां पर तो इन पर क्या बीतेगी? राजस्थान के जितने भी तथाकथित नेता हैं। उनको यहां मैसेज देना चाहिए कि एआईसीसी में पुलिस भेजकर आपने बहुत गलत काम किया है। हम यहां बैठे हैं। हमारा ऑफिस है बीजेपी का, कल सरकार हमारी नहीं है, कोई हमारे ऑफिस में घुस जाएं तो फिर क्या होगा? ये उनकी ड्यूटी बनती है।
सीएम गहलोत ने कहा कि हम सीबीआई और ईडी से डरने वाले नहीं है। सीबीआई के डायरेक्टर साहब से और ईडी के डायरेक्टर साहब से, सीबीडीटी के चेयरमैन साहब से, मुझसे मिलने में क्या हर्ज है? मैं फिर टाइम मांग रहा हूं उनसे वापस से, उनसे मिलना ही तो है, चाय पिलाओ नहीं पिलाओ तुम्हारी मर्जी है, खाली जाकर मैं बात तो कहूं अपनी? ये तो मेरा एक नागरिक के तौर पर भी एक राजस्थान के स्टेट के मुख्यमंत्री के तौर पर क्या मैं टाइम नहीं मांग सकता? इनके पास जवाब कोई है क्या मना करने का? कोई तर्क है क्या बताओ? इन तीनों के पास में? तीनों जो बैठे हैं नंबर 1 सीबीआई, इनकम टैक्स और ईडी के अंदर, इनके पास कोई तर्क है क्या मना करने का कि भई इस कारण से हम आपको नहीं मिल रहे हैं, पता नहीं, हमें तो जनता से मिलकर खुशी होती है और ये मिल नहीं पा रहे हैं, पता नहीं क्या भय है इनको, ये तो ये ही जानें। पर जिस प्रकार से 13 को टाइम मांगा, 15 को एफआईआर दर्ज कर दी।