हर मां-बाप चाहते हैं कि उनका बच्चा पढ़-लिखकर ऐसे ऊंचे मुकाम पर पहुंचे जहां उसका जीवन बहुत बेहतरीन हो। इसलिए वो बच्चे की पढ़ाई को शुरू से ही बहुत अहमियत देते हैं। बच्चा पढ़ाई में कोई प्रॉब्लम ना फेस करे इसके लिए ट्यूशन, इंटरनेट, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जैसे कई साधन बच्चों को उपलब्ध कराते हैं। हालांकि कई बार सब कुछ होने के बाद भी बच्चे ठीक से पढ़ाई नहीं कर पाते हैं। इसके पीछे की कई वजहों में से एक है घर में पढ़ाई का माहौल ना होना। कई बच्चे महज इसलिए पढ़ाई में कमजोर रह जाते हैं या उनका ध्यान ही पढ़ाई में नहीं लगता क्योंकि उनके घर पर पढ़ने का सही माहौल ही नहीं बन पाता है। मां बाप कई बार इस ओर ध्यान ही नहीं देते और बच्चा लगातार पढ़ाई में स्ट्रगल करता रहता है। तो चलिए आज जानते हैं कि एक परफेक्ट पढ़ाई का माहौल घर पर कैसे बनाया जाना चाहिए।
घर के सबसे शांत कमरे को बनाएं बच्चे का स्टडी रूम:
पढ़ाई करना, एक तरह से ध्यान करने जैसा है। एक अच्छी ध्यान-साधना के लिए जैसे एक शांत जगह की जरूरत होती है, ठीक उसी तरह पढ़ाई के लिए भी शांत माहौल ही बेस्ट होता है। ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि बच्चे की पढ़ाई अच्छे से हो और पढ़ने में उसका मन भी लगे, तो उसका स्टडी रूम या टेबल ऐसी जगह शिफ्ट करें जहां सबसे ज्यादा शांति हो। घर का सबसे कोने वाला शांत कमरा आपके बच्चे के लिए एक अच्छा स्टडी कॉर्नर साबित हो सकता है।
पॉजिटिव रखें घर का माहौल
घर का माहौल जितना पॉजिटिव और खुशनुमा होगा, बच्चे उतनी ही आसानी से पढ़ाई पर कॉन्संट्रेट कर पाएंगे। ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा मन लगाकर पढ़ाई करें, तो इसके लिए घर के माहौल को खुशनुमा और सपोर्टिव बनाकर रखें। बच्चों में पढ़ाई को एक फन एक्टिविटी की तरह लेने की आदत डालें, एक बोझ की तरह नहीं। साथ ही बच्चे को उसके छोटे-छोटे एफर्ट्स के लिए शाबाशी दें और किसी तरह के कॉम्पिटिशन और नेगेटिव कंपैरिजन करने से बचें।
बच्चों में यूं डेवलप करें स्टडी हैबिट
बच्चा दिल लगाकर पढ़ाई करे, इसके लिए जरूरी है कि उसे पढ़ने की आदत डाली जाए। बच्चे में स्टडी हैबिट डेवलप हो, इसके लिए उसे नियमित तौर पर किताबें पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें। उसके साथ ही खुद भी किताबें पढ़ने बैठे। बच्चे के साथ लाइब्रेरी जाएं और वहां उसे उसकी मनपसंद किताब सेलेक्ट करने का मौका दें। इस तरह से आप बच्चे के मन में पढ़ाई के प्रति रूचि पैदा कर सकते हैं। इससे बच्चा पढ़ाई को बोझ की तरह नहीं देखेगा, बल्कि ये उसके डेली रूटीन का बड़ा I नॉर्मल सा हिस्सा बन जाएगी।
सेट हो डेली टाइम टेबल
घर में बच्चे की पढ़ाई का रूटीन सही रहे, इसके लिए एक प्रॉपर टाइम टेबल तैयार करना बहुत जरूरी है। एक सेट टाइम टेबल होने के कई फायदे हैं। एक तो इससे टाइम मैनेजमेंट में मदद मिलती है, दूसरा बच्चे का रूटीन सही रहता है। हालांकि ध्यान रहे बच्चों के टाइम टेबल में सिर्फ स्टडी के लिए ही जगह ना हो, बल्कि खेलने कूदने का भी प्रॉपर टाइम डिसाइड हो। इससे बच्चे पढ़ाई से बोर भी नहीं होगा और एंजॉयमेंट के साथ अपने रूटीन भी फॉलो करेंगे।
टेक्नोलॉजी का करें सही इस्तेमाल
मोबाइल, लैपटॉप और खासतौर से इंटरनेट तो आजकल हर घर में मौजूद हैं ही और बच्चे भी इनका खूब इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में क्यों ना इन्हीं का इस्तेमाल कर के बच्चों की स्टडीज को और भी फन और इफेक्टिव बनाया जाए। आप ऑनलाइन तरह तरह की विडियोज और कोर्सेज की मदद से बच्चों की स्टडीज में हेल्प कर सकते हैं। इसके अलावा उनके लिए कई लर्निंग गेम्स भी डाउनलोड कर सकते हैं। जैसे बच्चा मजे मजे में काफी कुछ सीखेगा और लर्निंग के प्रति उसका नजरिया पॉजिटिव होगा।