भोपाल:मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को महाराष्ट्र के दौरे पर रहेंगे। जहां सीएम अग्रणी उद्योगपतियों से मिलेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पुणे में कई उद्योगपतियों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात करके उनसे चर्चा करेंगे। प्रदेश में उद्योगों के अवसर और उद्योग लगाने के फायदे बताने के लिए एक दिन का परिषद भी आयोजित करेंगे।
वहीं वेदांत-फॉक्सकॉन प्रोजेक्ट गुजरात जाने के बाद महाराष्ट्र में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोपों का दौर शुरू हुआ। ऐसे वक्त में शिवराज सिंह चौहान का पुणे दौरा एक नया विवाद खड़ा कर सकता है। शिवराज सिंह चौहान के इस दौरे को विदेशी कंपनियों के निवेश को अपने-अपने राज्यों में लाने की प्रतिस्पर्द्धा अब देसी निवेश को भी दूसरे राज्यों से अपने राज्य में खींचने की योजना के रूप में देखा जा सकता है।
जानकारी के अनुसार पुणे ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री का गढ़ माना जाता है। दुनिया की ज्यादातर वाहन कंपनियों का कोई ना कोई प्रोजेक्ट पुणे या इसके आस-पास मौजूद है। ऐसे में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री उद्योगपतियों से मिलकर अपने राज्य में प्रोजेक्ट्स लगाने के फायदे गिनाने वाले हैं। शिवराज सरकार के कई उच्च अधिकारी पुणे में जम कर बैठ गए हैं और अलग-अलग उद्योगपतियों से संपर्क कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि फॉक्सकॉन-वेदांत प्रोजेक्ट तो हाल का प्रोजेक्ट है जो महाराष्ट्र की बजाए गुजरात चला गया। इससे पहले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फिल्म इंडस्ट्री को नोएडा में शिफ्ट करने का प्लान आकर समझा गए। कोल्हापुर के कई उद्योग कर्नाटक में छूट ज्यादा दिए जाने की वजह से जा चुके हैं। ऐसे में तेलंगाना, पंजाब जैसे राज्य भी यहां के उद्योगपतियों से सपंर्क में बने हुए रहते हैं।
इसके अलावा पुणे महाराष्ट्र की शैक्षणिक राजधानी समझी जाती है। पुणे में कई नामी-गिरामी शैक्षणिक संस्थान हैं। मध्य प्रदेश के इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर और भोपाल में युवकों की अच्छी खासी तादाद है। प्रदेश में उद्योग लगाना हुआ तो इसके लिए स्किल्ड ह्यूमन रिसोर्स की भी जरूरत पड़ेगीम इसके लिए मध्य प्रदेश में ऐसे संस्थान खोले जाने की जरूरत है जो इन युवाओं को रोजगार के लिए तैयार कर सकें। और इसी जरूरत के आधार पर सीएम शिवराज सिंह चौहान का पुणे दौरा हो रहा है।
इसे लेकर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि उद्योगों की स्थापना के लिए मध्य प्रदेश सर्वाधिक अनुकूल है। इस अनुकूलता से देश-विदेश के प्रमुख उद्यमियों को अवगत कराने हुए मध्य प्रदेश में अधिकतम निवेश लाने का लक्ष्य है। विभिन्न क्षेत्रों में औद्योगिक संभावनाओं को साकार करने के लिए अगले वर्ष 11 व 12 जनवरी को इंदौर में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है।