दरअसल, मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में भोपाल-इटारसी रेलवे ट्रैक पर एक युवक का शव मिला। शव के पास ही मोबाइल और कुछ दूरी पर स्कूटी मिली। पुलिस इस मामले को आत्महत्या मानकर जांच कर रही थी कि तभी परिजन पहुंच गए। उनके द्वारा जो जानकारी मिली उसके बाद मामले में नया मोड़ आ गया जो नूपुर शर्मा के विवादित बयान से जुड़ा निकला।
कथित तौर पर मृतक छात्र के पिता के मोबाइल पर घटना से ठीक पहले एक मैसेज आया था। इस मैसेज में एक स्क्रीनशॉट साझा किया गया था, जिसमें एक स्टूडेंट की फोटो लगी थी और उस पर लिखा था, गुस्ताख-ए-नबी की एक ही सजा, सिर तन से जुदा… ! यह मैसेज पिता के साथ साथ मृतक के दोस्तों के मोबाइल पर भी आया था। साथ ही उनके इंस्टाग्राम पर एक फोटो भी शेयर की थी जिसमें वह भगवा झंडा लिए नजर आ रहा था। पोस्ट पर एक बड़ा रेड क्रॉस का निशान था, जिस संदेश के साथ ‘गुस्ताख-ए-नबी की एक ही साजा, सर तन से जुदा’ लिखा था। मिश्रा ने कहा कि मामले की जांच के लिए रायसेन पुलिस ने एक एसआईटी का गठन किया है।
हरदा जिले में ऑडिटर के पद पर तैनात मृतक के पिता ने कहा, ‘मेरा बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता। दोपहर में मेरी उससे बात हुई थी और वह अपनी बहन से मिलने जा रहा था। वह किसी भगवा संगठन से नहीं जुड़े थे। मुझे शाम 5.44 बजे चौंकाने वाला संदेश मिला और वह शाम 6.13 बजे उसके मौत की खबर मिली। मामले की गहनता से जांच होनी चाहिए क्योंकि मेरे बेटे को किसी ने मार डाला।
वहीं, एक दोस्त ने पुलिस को बताया कि वह कर्ज में था। दरअसल, उसने क्रिप्टोकुरेंसी में बहुत पैसे लगाए थे। इंजीनियरिंग छात्र ने अपने दोस्तों को मैसेज भी भेजा था कि ‘तुम्हारा दोस्त शहीद हो गया।’
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह मौत आत्महत्या थी। होशंगाबाद की पुलिस महानिरीक्षक दीपिका सूरी ने कहा, ‘पुलिस उसकी मौत से पहले उसके बैंक खातों और मोबाइल लोकेशन का ब्योरा हासिल करने की कोशिश कर रही है। संक्षिप्त पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने सुझाव दिया कि उसकी मृत्यु आत्महत्या से हुई क्योंकि छात्र के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं पाए गए।’
रायसेन के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमृतलाल मीणा ने कहा कि एक हफ्ते पहले उसने इंस्टाग्राम पर कई निराशाजनक पोस्ट किए लेकिन पुलिस को पूर्व भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा के लिए कोई आपत्तिजनक संदेश या कोई सहायक संदेश नहीं मिला।