नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर का नाम क्रिकेट इतिहास की सबसे तेज गेंद फेंकने में दर्ज है। रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर पूर्व पाकिस्तान तेज गेंदबाज ने साल 2003 विश्व कप के दौरान इंग्लैंड के खिलाफ मैच में 161.3 किलोमीटर प्रतिघंटे की स्पीड से बॉल फेंकी थी।
इस रिकॉर्ड को बने हुए 20 साल हो चुके है, लेकिन आज तक कोई भी गेंदबाज इस स्पीड की बॉल नहीं फेंक पाया है। इसी कड़ी में हाल ही में पाकस्तान के उभरते हुए तेज गेंदबाज इहसानुल्लाह ने अख्तर की तारीफ में कसीदे पढ़े और कहा कि अख्तर का रिकॉर्ड कोई भी नहीं तोड़ सकता है।
दरअसल, अफगानिस्तान के खिलाफ घातक प्रदर्शन करने वाले इहसानुल्लाह को टी-20 टीम में बरकरार रखा गया है। उन्होंने उन तीन मुकाबलों में 6 विकेट चटकाए थे। बता दें कि पाकिस्तान टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ 14 अप्रैल से पांच मैचों की टी-20 सीरीज और 26 अप्रैल से वनडे सीरीज खेलनी है, जिसके लिए दोनों सीरीज में पाकिस्तान के पास फास्ट बॉलिंग डिपार्टमेंट में इहसानुल्लाह मौजूद है।
इहसानुल्लाह लगातार 140 Kmph से अधिक की रफ्तार से गेंदबाजी कर विरोधी टीम के बल्लेबाजों की जमकर खबर लेते है। हाल ही में 20 साल के इस पेसर ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि वे तेज गेंदबाजी करने की कोशिश जरूर करते है, लेकिन उनका लक्ष्य अख्तर का रिकॉर्ड तोड़ना नहीं है।
उन्होंने इस दौरान कहा, ”शोएब अख्तर हमारे लीजेंड हैं और कोई भी उनका रिकॉर्ड नहीं तोड़ सकता है। मुझे पहले गेंदबाजी करना पसंद है और मैं अच्छी लाइन और लेंथ पर काम करने के साथ-साथ अपनी रफ्तार बढ़ाने की कशिश करता हूं।”
उन्होंने साथ ही कहा कि मैं हर मौके का फायदा उठाने की कोशिश करता हूं। मेरा लक्ष्य अपनी ताकत के अनुसार प्रदर्शन करना और अपनी टीम को मैच जीतना है। मैं उमर गुल के साथ काम कर रहा हूं और जितना हो सके उनसे सीखने की कोशिश कर रहा हूं।