डेस्क:जावेद अख्तर एनिमल फिल्म के कॉन्टेंट नाराजगी जता चुके हैं। जावेद का कहना है कि उन्होंने आज तक ऐसी फिल्म या गाना नहीं लिखा जिससे महिलाओं के सम्मान में कमी हो। हालांकि बातचीत के दौरान उन्होंने सीता और गीता फिल्म का एक सीन याद किया जो उनकी नजर में ठीक नहीं। जावेद अख्तर ने कहा कि आज के समय में वह ऐसा सीन नहीं लिख सकते।
इस सीन का किया जिक्र
जावेद अख्तर अख्तर मोजो स्टोरी से बातचीत में बोले, ‘मैंने आज तक ऐसी कोई फिल्म नहीं लिखी, न ही कोई पूरा गाना ऐसा लिखा है जिसके बाद मुझे लगे कि ऐसा नहीं करना चाहिए था। लेकिन सीता और गीता (1972) में एक सीन है। इसमें गीता (हेमा मालिनी) काफी सशक्त और तेज-तर्रार लड़की है। बाद में उसकी जगह सीता आ जाती है। धर्मेंद्र उनके घर आकर खाना खाते हैं और बोलते हैं, मौसी क्या खाना बनाया है आपने। वो बोलती है, ये मैंने नहीं बनाया ये तो गीता ने बनाया है। तब वह गीता को सम्मान की नजर से देखने लगता है। इससे पहले उसकी नजर में कोई सम्मान नहीं था। लेकिन जब वह अच्छा खाना बनाती है तो सम्मान आ जाता है।’
सीन पर हुआ अपराधबोध
जावेद बोलते हैं, ‘ये सीन मैंने आज नहीं लिखा होता। मैंने वो सीन लिखा, मुझे अपराधबोध हुआ। लेकिन आज के जमाने में ऐसा सीन नहीं लिखूंगा।’ जावेद अख्तर रणबीर कपूर की मूवी एनिमल पर कई बार नाराजगी जता चुके हैं। वह बोल चुके हैं कि फिल्म बनाने वालों से ज्यादा मूवी को हिट बनाने वालों पर नाराजगी है।