श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के लिए आज पहले चरण के लिए वोट डाले जाएंगे। राज्य की 90 विधानसभा सीटों वाले जम्मू-कश्मीर में पहले चरण के तहत 24 सीटों के लिए वोटिंग होगी। इस फेज में सात जिलों के मतदाता 10 सालों में पहली बार विधानसभा चुनाव में मतदान करेंगे। जम्मू क्षेत्र के तीन जिलों और कश्मीर घाटी के चार जिलों में 24 सीटों पर 90 निर्दलीय सहित 219 उम्मीदवारों के लिए चुनाव होगा। वोटिंग सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगी। पहले चरण में जिन सीटों पर वोटिंग होगी उनमें पंपोर, त्राल, पुलवामा, राजपोरा, जैनापोरा, शोपियां, डीएच पोरा, कुलगाम, देवसर, दोरू, कोकेरनाग (एसटी), अनंतनाग पश्चिम, अनंतनाग, श्रीगुफवारा-बिजबेहरा, शांगस-अनंतनाग पूर्व, पहलगाम, इंदरवाल, किश्तवाड़, पैडर-नागसेनी, भद्रवाह, डोडा, डोडा पश्चिम, रामबन और बनिहाल शामिल हैं।
24 सीटों पर 219 उम्मीदवार
जम्मू-कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) ऑफिस की तरफ से बताया गया कि पहले चरण के लिए 18 सितंबर को होने वाली वोटिंग के लिए तमाम तरह की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पहले चरण में 24 सीटों पर 219 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। सबसे कम तीन उम्मीदवार अनंतनाग जिले की श्रीगुफ्वारा विधानसभा सीट नंबर-45 से चुनावी मैदान में हैं। जबकि सबसे अधिक 14 उम्मीदवार पुलवामा जिले की पंपोर सीट नंबर-32 से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। शुरूआत में पहले चरण के लिए 279 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किए थे। लेकिन बाद में नामांकन पत्रों की जांच और नाम वापस लेने के बाद अब 219 उम्मीदवार चुनावी मैदान में बचे हैं।
23.27 लाख वोटर डालेंगे वोट
आयोग ने बताया कि पहले चरण के लिए 23.27 लाख वोटर अपने मत का इस्तेमाल करेंगे। इनमें 11.76 लाख मेल और 11.51 लाख फीमेल वोटर हैं। इनमें 5.66 लाख यंग और 60 थर्ड जेंडर वोटर हैं। ध्यान रहे कि 2019 में आर्टिकल 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहली बार विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। अंतिम बार केंद्र शासित प्रदेश में 2014 में विधानसभा चुनाव हुए थे। इसके 10 साल बाद अब विधानसभा चुनाव यहां हो रहे हैं।
किन जिलों में होगी वोटिंग? पहले चरण में पुलवामा, अनंतनाग, शोपियां, कुलगाम, रामबाण, डोडा और किश्तवाड़ जिले की 24 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से हो सकें। इसके लिए बीएसएफ, सीआरपीएफ, जम्मू-कश्मीर पुलिस और पैरा मिलिट्री की अन्य फोर्स को तैनात किया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि पहले चरण के लिए किए गए सिक्योरिटी रिव्यू में यहां जितनी फोर्स की जरूरत है। उससे कहीं अधिक फोर्स तैनात की गई है।