डेस्क:जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने एक बार फिर सैलरी छोड़ने की जानकारी दी। वित्त वर्ष 2026 तक दीपिंदर सैलरी नहीं लेंगे। अगर वो हां करते तो उन्हें कंपनी की तरफ से 3.5 करोड़ रुपये सालाना मिलते। दीपिंदर गोयल वित्त वर्ष 2021 से ही सैलरी नहीं ले रहे हैं। क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट के डॉक्यूमेंट के अनुसार उन्होंने 36 महीनों तक कोई सैलरी नहीं ली है।
मार्च 2026 तक नहीं लेंगे कोई सैलरी
हालिया निर्णय से एक बात तो साफ हो गई की दीपिंदर गोयल अगले 2 सालों तक कंपनी में अपने काम के बदले कोई सैलरी नहीं लेंगे। बता दें, यह जानकारी बोर्ड को मार्च 2021 और अप्रैल 2024 में जमा किए गए पेपर में सामने आई है।
सैलरी छोड़ने के बाद भी दीपिंदर गोयल कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ बने रहेंगे। हालांकि, उन्हें कंपनी की तरफ से वैरिएबल मिलता रहेगा। मौजूदा समय में दीपिंदर गोयल की कंपनी में कुल हिस्सेदारी 4.18 प्रतिशत है। 25 नवंबर तक जिसकी वैल्यू 10,000 करोड़ रुपये से अधिक थी।
जोमैटो के शेयर करीब 3 प्रतिशत की तेजी के साथ 280.15 रुपये के लेवल पर बंद हुआ है। कंपनी के शेयरों की कीमतों में बीते एक साल के दौरान 100 प्रतिशत से अधिक की तेजी देखने को मिली है।
फंड जुटाने जा रही है कंपनी
जोमैटो क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (क्यूआईपी) के जरिए पूंजी जुटाने के लिए इश्यू लेकर आई है। इश्यू के लिए न्यूनतम मूल्य 265.91 रुपये प्रति शेयर निर्धारित किया गया है। यह इश्यू सोमवार को खुला। कंपनी ने इससे पहले कहा था कि वह क्यूआईपी (QIP) पेशकश के जरिए 8,500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है।
कंपनी ने सोमवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की फंड जुटाने की समिति ने निर्गम लाने को मंजूरी दे दी है। इश्यू के लिए न्यूनतम मूल्य 265.91 रुपये प्रति शेयर निर्धारित किया गया है।