डेस्क:भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही अप्रैल-जून, 2024 में घटकर 6.7 प्रतिशत रही है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में देश की अर्थव्यवस्था 8.2 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी। मुख्य रूप से कृषि क्षेत्र के खराब प्रदर्शन के चलते पहली तिमाही में आर्थिक वृद्धि की रफ्तार घटी है। बता दें कि 5 तिमाही में सबसे कमजोर ग्रोथ है।
क्या कहते हैं आंकड़े
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने आंकड़ों में बताया कि जून तिमाही के दौरान कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर दो प्रतिशत रही। बीते वित्त वर्ष 2023-24 की अप्रैल-जून तिमाही में यह आंकड़ा 3.7 प्रतिशत था। दूसरी ओर मैन्युफैक्चरिंग की वृद्धि सालाना आधार पर पांच प्रतिशत से बढ़कर चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सात प्रतिशत हो गई। तिमाही आधार पर जीडीपी वृद्धि की न्यूनतम दर जनवरी-मार्च, 2023 में 6.2 प्रतिशत थी। हालांकि, भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्था बना हुआ है। गौरतलब है कि अप्रैल-जून तिमाही में चीन की जीडीपी वृद्धि दर 4.7 प्रतिशत थी।
बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपने अगस्त के मौद्रिक नीति समीक्षा में अप्रैल-जून तिमाही के लिए अपने ग्रोथ पूर्वानुमान को 20 बेसिक प्वाइंट घटा दिया था। रिजर्व बैंक ने इसे घटाकर 7.1 प्रतिशत कर दिया।
कोर इंडस्ट्री के ग्रोथ में भी सुस्ती
कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस के उत्पादन में गिरावट के कारण जुलाई में 8 प्रमुख कोर इंडस्ट्री की वृद्धि दर घटकर 6.1 प्रतिशत रह गई है। हालांकि, यह मासिक आधार पर जून के 5.1 प्रतिशत से ज्यादा रही है।
जुलाई 2023 में आठ कोर इंडस्ट्री- कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली क्षेत्र का उत्पादन 8.5 प्रतिशत की दर से बढ़ा था। बता दें कि चालू वित्त वर्ष के पहले 4 माह (अप्रैल-जुलाई) में बुनियादी उद्योगों का उत्पादन 6.1 प्रतिशत बढ़ा है, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 6.6 प्रतिशत की दर से बढ़ा था।
विदेशी मुद्रा भंडार का नया रिकॉर्ड
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 23 अगस्त को समाप्त सप्ताह में 7.02 अरब डॉलर से अधिक बढ़कर 681.68 अरब डॉलर के नये रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया। इससे पिछले सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार 4.54 अरब डॉलर बढ़कर 674.66 अरब डॉलर रहा था। इससे पहले मुद्रा भंडार का सर्वकालिक उच्चतम स्तर दो अगस्त को 674.91 अरब डॉलर था।