भोपाल:मध्य प्रदेश में आगामी 2023 के विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। ऐसे में दोनों ही मुख्य पार्टियों में बैठकों का दौर शुरू हो गया है। जहां एल तरंग सत्ता वोटरों को साधने के जुटी हुई है तो वहीं विपक्ष सरकार के कामों में खामियां निकाल रही है। पीसीसी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोमवार को सरकार की नशे की खिलाफ कार्रवाई, अभियान और कई अन्य मुद्दों पर सरकार पर हमला बोला है।
कमलनाथ ने कहा कि चुनाव के पहले उन्हें ये सब ओर नशा याद आता है। यह लोग खुद नशे में है और अब चुनाव आने पर नशा थोड़ा थोड़ा कम हो रहा है। उन्होंने दावा किया है कि अगले 11 महीने इसी नशे में रहेंगे। कांग्रेस की सरकार बनने पर पूर्ण शराबबंदी की बात से किनारे करते हुए कहा कि हम नहीं चाहते कि आज की नई पीढ़ी शराब से जुड़े। हमारी सरकार बनेगी तो युवाओं को शराब के नशे से बचाने के लिए एक कमेटी बनाई जाएगी।
श्री महाकाल लोक के लोकार्पण को लेकर कमलनाथ ने कहा कि भाजपा हर चीज का इवेंट बनाती है। यह एक शासकीय कार्यक्रम हैं। जिसकी नींव हमने रखी थी। भाजपा सिर्फ श्रेय लेने का काम करती है। पता नहीं अब कब किसान कर्ज माफी का भी श्रेय लेगी? लेकिन जनता बहुत समझदार है। जनता को गुमराह करने के लिए प्रधानमंत्री को बुला रहे है और धार्मिक आयोजन कर रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि हमारी सरकार बनी तो अधूरे काम पूरे करेंगे। श्रीलंका में सीता माता मंदिर निर्माण, किसान कर्ज माफी जैसे काम करेंग। उन्होंने कहा कि आज किसानों की फसल बर्बाद हो चुकी है, लेकिन कोई सर्वे करने नहीं जा रहा है। यह किसानों की फसल का नहीं बल्कि उनके भविष्य का नुकसान है।
वहीं बेरोजगार युवाओं के आंदोलन को लेकर कमलनाथ ने कहा कि आज हर वर्ग परेशान है। शिक्षकों, बेरोजगार नौजवानों पर लाठी चार्ज हो रहा है। आज सुखी हौन है। सिर्फ भाजपा के नेता और कार्यकर्ता। यह सब माल बटोरने में लगे हुए हैं। हमारी सरकार में हमने भर्ती की शुरुआत की थी।
कांग्रेस के 2 विधायकों पर रेवांचल एक्सप्रेस में छेड़छाड़ के लगे आरोप पर कमलनाथ ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह की अध्यक्षता में एक कमेटी बना रहे हैं। उनकी रिपोर्ट के आधार पर आगे निर्णय लेंगे।
इस दौरान उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन पर कमलनाथ ने श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने मुलायक यादव को याद करते हुए कहा कि मेरे उनसे बहुत पुराने और निकट संबंध थे। मुलायम यादव सिर्फ राजनीतिक व्यक्ति नहीं थे। वो एक समाज सेवक थे। मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है।