जयपुर:कांग्रेस आलाकमान की बनाई तीन कमेटियों में सचिन पायलट को शामिल किया गया। सोनिया गांधी ने मिशन 2024 से पहले तीन कमेटियां बनाई है। इन तीनों कमेटियों में पायलट को शामिल किया गया है। विधानसभा चुनाव से पूर्व सोनिया गांधी ने पायलट को साथ लेकर चलने के संकेत दिए है। पायलट गुट से जुड़े नेताओं का कहना है कि चिंतन शिविर के बाद कांग्रेस आलाकमान ने पायलट पर फिर भरोसा जताया है। पायलट गुट के नेताओं का दावा है कि राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 से पहले पायलट को राजस्थान में बढ़ी जिम्मेदारी मिलेगी। पायलट को सेंट्रल प्लानिंग ग्रुप फॉर कॉर्डिनेशन फॉर भारत जोड़ो यात्रा, पॉलिटिकल अफेयर ग्रुप और टास्क फोर्स-2024 में शामिल किया गया है। पायलट के अलावा राजस्थान से पूर्व केंद्रीय मंत्री और राहुल गांधी के बेहद करीबी माने जाने वाले भंवर जितेंद्र सिंह के जगह मिली है।
भारत जोड़ो यात्रा की प्लानिंग का काम देखेंगे पायलट
कांग्रेस आलाकमान ने एक कमेटी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बनाई है। जिसे टास्क फोर्स 2024 नाम दिया गया है। राजनीतिक मामलों को देखने के लिए पॉलिटिकल अफेयर ग्रुप का गठन भी किया है। इसके अलावा भारत जोड़ो यात्रा को लेकर सेंट्रल प्लानिंग ग्रुप फॉर कॉर्डिनेशन का गठन किया गया है। इसमें राजस्थान से दो प्रमुख चेहरों को शामिल किया गया है। पूर्व डिप्टी सीएम और पूर्व पीसीसी चीफ सचिन पायलट को भारत जोड़ो यात्रा के लिए बनी सेंट्रल प्लानिंग ग्रुप फॉर कॉर्डिनेशन में शामिल किया गया है।
अहम रोल अदा करेंगे सचिन पायलट
ये ग्रुप कश्मीर से कन्याकुमारी तक होने वाली कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा की प्लानिंग और कॉर्डिनेशन का काम देखेगा। इन कमेटियों में राजस्थान से सचिन पायलट के अलावा भंवर जितेंद्र सिंह को भी शामिल किया गया है। भंवर जितेंद्र सिंह को पॉलिटिकल अफेयर ग्रुप में शामिल किया गया है। इसके अलावा राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अजय माकन को टास्क फोर्स 2024 में जगह दी गई है।
गहलोत गुट को नहीं मिली जगह
कांग्रेस आलाकमान की बनाई गई कमेटियों में गहलोत गुट का एक भी सदस्य शामिल नहीं किया गया है। हालांकि CWC सदस्य रघुवीर मीना को शामिल किए जाने के आसार थे, लेकिन सोनिया गांधी ने सचिन पायलट एवं भंवर जितेंद्र सिंह पर अधिक भरोसा जताया है। राजस्थान की सियासत में रघुवरी मीना किसी गुट के सदस्य नहीं माने जाते हैं। गहलोत और पायलट दोनों ही गुटों में शामिल नहीं है। उदयपुर में कांग्रेस के चिंतन शिविर के बाद ही कांग्रेस का फोकस राजस्थान विधानसभा चुनावों पर ही। माना जा रहा है कि कांग्रेस आलाकमान आगामी दिनों में सचिन पायलट को बड़ी जिम्मेदारी दे सकता है।