रांची:झारखंड में फर्जी अफसर बनकर बड़े कारोबारियों से ठगी करने वाला एक शातिर पकड़ा गया है। रांची पुलिस ने सीएम सुरक्षा अधिकारी और इनकम टैक्स अधिकारी बनकर शहर के विभिन्न इलाकों में ठगी करने वाले कपिल गुप्ता को गिरफ्तार किया है। जगन्नाथपुर और सुखदेवनगर थाने की पुलिस ने उसे पकड़ा। कपिल धुर्वा टंकी साइड स्थित अपनी ससुराल में रहता है।
मूलरूप से छपरा का रहने वाला कपिल सदर, सुखदेवनगर, कोतवाली, जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के आधा दर्जन से ज्यादा दुकानदारों व आम लोगों को सीएम की सुरक्षा में तैनात अधिकारी व इनकम टैक्स अधिकारी बनकर ठग चुका है। पिछले 6 महीने से खुद को सीएम की सुरक्षा में तैनात अधिकारी बताकर कपिल गुप्ता बड़ी दुकानों में जाकर ठगी को अंजाम दे रहा था।
कपिल गुप्ता सुरक्षा अधिकारी की तरह ड्रेस पहनकर नामी प्रतिष्ठानों में जाता था। वह अपने आप को सीएम सुरक्षा में तैनात अधिकारी बताकर किसी भी सामान को जल्द देने की मांग करता था। सामान खरीदने के बाद वह ऑनलाइन पेमेंट की बात करता। वह दुकानदार से कहता कि नेटवर्क फेल हो गया है इसलिए पेमेंट नहीं हो पा रहा है।
कपिल बताता था कि वह सीएम सुरक्षा में है इसलिए उसे तुरंत जाना है। दुकानदार भरोसा करके सामान दे देते लेकिन कपिल पैसा देने वापस नहीं लौटता। उसके फर्जीवाड़े की शिकायत रांची के कोतवाली, जगन्नाथपुर थाने में भी दर्ज है। कपिल गुप्ता अपने मोबाइल में फेक पेमेंट एप रखा करता था। किसी भी प्रतिष्ठान से सामान लेने के बाद वह फर्जी मोबाइल ऐप के जरिए पेमेंट का नाटक करता।
उसके मोबाइल में पेमेंट दिखाता था लेकिन दुकानदार के खाते में पैसे नहीं जाते थे। वह सीएम सुरक्षा अधिकारी का धौंस दिखाता और कहता कि जब पैसे मैंने भेज दिए हैं तो मिल ही जाएंगे।
कचहरी रोड स्थित तिरुपति बालाजी डॉट कॉम में बीते 10 फरवरी को कपिल गया। दुकान संचालक सुशील कुमार लोहिया को बताया कि वह सीएम की सुरक्षा अधिकारी है। दुकानदार जल्दी एक मोबाइल दिखाएं। उसने दुकान से एक कीमती मोबाइल लिया। बिल में अपना नाम संजू कुमार सिंह लिखवाया। कहा कि ऑन लाइन पेमेंट कर दिए हैं। इसके बाद मोबाइल लेकर फरार हो गया।
दुकानदार के खाते में कोई राशि नहीं आयी। दुकानदार ने 27 फरवरी को उसके खिलाफ कोतवाली थाने में मामला दर्ज कराया। आरोपी इसी मोबाइल को यूज करने के चक्कर में पकड़ा गया।
इनकम टैक्स अधिकारी बनकर की ठगी
जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले अमन नाम के एक व्यक्ति को भी उसने अपना शिकार बनाया। उसने खुद को इनकम टैक्स का अधिकारी बताकर उससे भाड़े पर कार ले ली। साथ ही नया कार फाइनांस कराने के एवज में तीस हजार रुपए की भी ठगी कर ली। उस कार को भी इनकम टैक्स कार्यालय में भाड़े पर लगवाने का झांसा दिया। उसने न तो कार लौटाया और न ही भाड़ा दिया। इसके बाद पीड़ित अमन ने आरोपी के खिलाफ जगन्नाथपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करवायी थी।