कूनो: नामीबिया से लाए चीतों के ‘गृहप्रवेश’ के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां चीता मित्रों से बातचीत की। इस दौरान पीएम ने उन्हें अपना गुजरात के शेरों से जुड़ा अनुभव भी सुनाया। गौरतलब है कि आज नामीबिया से लाए गए चीतों को मध्य प्रदेश के श्योपुर स्थित कूनो राष्ट्रीय पार्क में छोड़ा गया। अपने जन्मदिन के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने इन चीजों को उनके पिंजड़े से आजाद किया।
इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कूनो में बनाए गए चीता मित्रों से खास बातचीत की। प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से इस बातचीत का वीडियो भी जारी किया गया है। वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी कूनो के चीता मित्रों को गुजरात का अनुभव सुनाते नजर आ रहे हैं। पीएम ने कहा कि जब मैं गुजरात में सीएम बना तो वहां शेरों की संख्या में लगातार कमी आ रही थी। बीच में उन्होंने चीता मित्रों से पूछा भी कि आप लोग जानते हैं गुजरात के गिर में एशियाटिक लायंस हैं? इस पर चीता मित्रों ने हां में जवाब दिया। इसके आगे पीएम ने कहा कि उस वक्त यह संख्या करीब 300 थी और लगातार कम हो रही थी। तब मैंने कहा कि यह इतनी बड़ी विरासत है और अगर इसी तरह से इनकी संख्या कम होती रही तो 50-100 साल में कुछ बचेगा ही नहीं।
इसके बाद पीएम मोदी उस आइडिया की बात करते हैं, जो उन्होंने शेरों को बचाने के लिए अपनाया। पीएम मोदी ने कहा कि मेरा मानना था कि अगर सरकार सोचे कि वह शेरों को बचा लेगी तो यह गलत होगा। उन्होंने कहा कि मेरे मन में ख्याल आया कि अगर शेरों को कोई बचा सकता है तो वह गांव के लोग ही हैं। वह बताते हैं कि इसके बाद हमने 300 वन्यप्राणी मित्र बनाए। पीएम ने कहा कि यह बात 2007 की है। मैंने वहां की बेटियों से पूछा-आप लोग मैदान में आ सकती हो क्या? आप लॉयन के साथ रह सकती हो? आप लॉयन को बचा सकती हो? वह सभी लोग तैयार हो गईं। इसके बाद हमने स्थानीय बेटियों को ही फॉरेस्ट गार्ड के लिए रखा।
गुजरात का अनुभव सुनाने के बाद प्रधानमंत्री ने चीता मित्रों को कुछ जरूरी टिप्स भी दिए। उन्होंने कहा कि आप चीता मित्र हैं, लेकिन सभी वन्यपशुओं के मित्र हैं। पीएम ने कहा कि आप लोगों को हरेक पशु की देखभाल करनी है। इसके बाद पीएम मोदी चीता मित्रों से पूछते हैं कि आप ऐसा करेंगे? जवाब में वहां मौजूद चीता मित्र एकसुर में कहते हैं, हां करेंगे। इसके बाद पीएम फिर पूछते हैं पक्का? फिर से जवाब मिलता है पक्का। तब पीएम मोदी पूछते हैं कि अच्छा, आपमें से मोबाइल फोन किस-किसके पास है। इस पर सभी लोगों ने हां में जवाब दिया। तब पीएम मोदी ने कहा कि आपको जंगल में रहना है और काम भी करना है। आप लोग फोटोग्राफी की हैबिट डेवलप करनी चाहिए।