नई दिल्ली:कोरोना ने देश की इकोनॉमी को ऐसा झटका दिया है कि इससे उबरने में 12 साल तक लग जाएंगे। केंद्रीय रिजर्व बैंक की रिसर्च टीम की रिपोर्ट में ये बात कही गई है। रिजर्व बैंक की रिपोर्ट बताती है कि कोरोना की वजह से देश की अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान पहुंचा है।
आरबीआई की वित्त वर्ष 2021-22 के लिए मुद्रा एवं वित्त पर जारी रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि मौद्रिक और राजकोषीय नीति के बीच समय-समय पर संतुलन बनाए रखना स्थिर वृद्धि की दिशा में पहला कदम होना चाहिए। हालांकि केंद्रीय बैंक ने साफ किया है कि यह रिपोर्ट उसकी अपनी राय नहीं है बल्कि रिपोर्ट तैयार करने वाले लोगों के विचार हैं।
मिले हैं कई सुझाव: इस रिपोर्ट में कई संरचनात्मक सुधारों का सुझाव दिया गया है। इसमें मुकदमेबाजी के झंझट से मुक्त कम लागत वाली जमीन तक पहुंच बढ़ाने, शिक्षा एवं स्वास्थ्य पर सार्वजनिक खर्च बढ़ाकर और स्किल इंडिया मिशन के जरिये श्रम की गुणवत्ता सुधारने का सुझाव शामिल है।
रिपोर्ट के मुताबिक रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध ने भी आर्थिक पुनरुद्धार की रफ्तार को धीमा कर दिया है। युद्ध के कारण जिंसों के दाम बढ़ने, वैश्विक आर्थिक परिदृश्य कमजोर होने और सख्त वैश्विक वित्तीय हालात ने भी मुश्किलें पैदा की हैं।