नई दिल्ली:तमाम उम्मीदों और सपनों को संजोए हुए शनिवार की रात कई छात्र दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर के राव आईएएस एकेडमी में पढ़ाई कर रहे थे। अचानक बेसमेंट में पानी भरने लगा। दरअसल, बेसमेंट में ही लाइब्रेरी बनी है, यहीं छात्र बैठे हुए थे। बताया जा रहा है कि महज दो से तीन मिनट में पूरा बेसमेंट पानी से भर गया। देखते ही देखते 10-12 फुट पानी में छात्र डूब गए। पानी बहुत गंदा था। इस हादसे में अबतक एक छात्र और दो छात्राओं की मौत की पुष्टि हो सकी है। हालांकि विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों का दावा है कि करीब 10 लोगों की मौत हुई है। वहीं एक छात्र ने दावा किया है कि बेसमेंट में बायोमेट्रिक गेट होने के चलते छात्र अंदर फंस गए थे।
क्या बायोमेट्रिक गेट से कोचिंग बना मौत का ‘पाताल लोक’
कोचिंग के बेसमेंट में अचानक से पानी घुसा और कुछ ही मिनट में भर गया। पुलिस का कहना है कि तेज बारिश के चलते ऐसा हुआ। वहीं ‘न्यूज18’ की रिपोर्ट के मुताबिक, छात्रों ने बताया कि कोचिंग के बेसमेंट में बायोमेट्रिक गेट लगाया गया था। ऐसा लाइब्रेरी में आने-जाने की एंट्री रिकॉर्ड करने के लिए किया गया था। छात्रों का दावा है कि बेसमेंट में पानी भरने से बायोमेट्रिक गेट फेल हो गया। इसी वजह से छात्र अंदर फंस गए। इस बारे में जब एक पुलिस अधिकारी से पूछा गया तब उन्होंने बताया कि यह अभी जांच का विषय है। वहीं कुछ लोगों का यह भी कहना है कि छात्रों की मौत करंट लगने की वजह से हुई है।
दिल्ली फायर सर्विस के मुताबिक, शनिवार शाम करीब सात बजे बेसमेंट में पानी भरने की सूचना मिली थी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि पूरे भूतल में पानी कैसे भर गया। ऐसा लगता है कि बेसमेंट में बहुत तेजी से पानी भर गया, जिससे कुछ लोग अंदर फंस गए।’ डीसीपी हर्षवर्धन ने बताया कि बेसमेंट में अब भी जलस्तर सात फुट है, हालांकि वहां से पानी निकाला जा रहा है। एक छात्र ने बताया कि अंदर फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए रस्सियां फेंकी गईं थीं। लेकिन बेसमेंट में भरा पानी बहुत गंदा था जिससे कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। बताया जा रहा है कि केवल 2-3 मिनट में पूरा बेसमेंट पानी से भर गया। इस घटना के बाद तैयारी कर रहे छात्र दिल्ली की सड़कों पर उतर गए हैं।