भोपाल:देश में पहली बार मेडिकल कॉलेज में हिन्दी भाषा में पढ़ाई प्रारंभ करने की पहल से उत्साहित मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को कहा कि राज्य में असंभव से दिखने वाले इस कार्य को संभव कर दिया गया है। सरकार हिन्दी भाषा के और अधिक उपयोग पर जोर देगी। सीएम चौहान ने यहां ”हिन्दी विमर्श” से जुड़े एक आयोजन में शामिल होने के बाद मीडिया से चर्चा में कहा कि राज्य सरकार ने मेडिकल कॉलेज में प्रथम वर्ष से संबंधित पाठ्यपुस्तकों को हिन्दी में तैयार कर लिया है। जब हमने इसकी शुरूआत की थी, तब काफी लोगों ने इसे असंभव बताया था, लेकिन सरकार की विशेष टीम ने दिनरात एक कर इस कार्य को संभव कर दिया है। अभी पहले वर्ष की पुस्तकें तैयार हुई हैं। अब द्वितीय, तृतीय और आगे के वर्षों के साथ ही स्नातकोत्तर (पीजी) पाठ्यक्रम के लिए भी पुस्तकें तेजी से तैयार की जाएंगी। मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि रविवार 16 अक्टूबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भोपाल में आयोजित एक कार्यक्रम में इन पुस्तकों (एमबीबीएस प्रथम वर्ष की पुस्तकों) का विमोचन करेंगे। इस अवसर पर चिकत्सिा शक्षिा मंत्री वश्विास सारंग भी मौजूद रहेंगे।
इसके पहले मुख्यमंत्री चौहान ने हिन्दी विमर्श कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार हिन्दी भाषा के सरकारी कामकाज में अधिक से अधिक उपयोग को प्राथमिकता दे रही है। इसके तहत स्थानों आदि के नाम भी हिन्दी भाषा में ही लिखने पर जोर दिया जाएगा। उन्होंने इस कार्य में भोपाल नगर निगम और अन्य संबंधित विभागों से आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा।