महाराष्ट्र एक बार फिर बिजली संकट से जूझ रहा है। राज्य के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने शुक्रवार को दावा किया कि महाराष्ट्र के कुछ पॉवर प्लांट में केवल डेढ़ दिन को तो कुछ में तीन और छह दिन का कोयला बचा हुआ है। लोड शेडिंग से बचने के लिए कोयला, पानी और गैस की आपूर्ति की आवश्यकताओं पर जोर देते हुए मंत्री ने कहा कि कोयना बांध में 17 हजार मिलियन क्यूबिक फीट (TMC) पानी बचा हुआ है।
मंत्री ने कहा कि बिजली पैदा करने के लिए हर दिन एक टीएमसी की जरूरत होती है। अगर लोड शेडिंग का समाधान करना है तो कोयला, पानी और गैस की जरूरत है। उन्होंने कहा कि केंद्र के साथ अनुबंध के अनुसार वे राज्य सरकार को एपीएम गैस उपलब्ध कराने के हकदार हैं।
मंत्री राउत ने दावा किया कि केंद्र ने राज्य को आवश्यक एपीएम गैस उपलब्ध नहीं कराई है। महाराष्ट्र सरकार को केंद्र को 2200 करोड़ रुपए देने हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने हमें पहले पैसे देने के लिए कहा है और उसके बाद ही वे हमें कोयला मुहैया कराएंगे।