रांची। कांग्रेस के सहयोग से झारखंड में चल रही चंपाई सोरेन सरकार के सामने नई मुश्किल खड़ी हो गई है। झारखंड कांग्रेस में मंत्री पद को लेकर फूट पड़ती दिख रही है। कांग्रेस के दर्जनभर विधायक अपनी ही पार्टी के पुराने मंत्रियों को हटाकर नए चेहरों को मौका दिए जाने की मांग कर रहे हैं। इरफान अंसारी, अंबा प्रसाद, विक्सल कोंगड़ी, दीपिका पांडे सिंह समेत ज्यादातर विधायक इस गुट का हिस्सा हैं।
इस विरोधी खेमे ने शपथ ले चुके आलमगीर आलम और अन्य तीन संभावित मंत्रियों (जो हेमंत सोरेन सरकार में भी मंत्री थे) को हटाने की मांग की है। देर रात कांग्रेस के विधायकों के दिल्ली जाने की बात कही जा रही है। बताया जा रहा है कि विरोधी कांग्रेस विधायक शपथ ग्रहण समारोह का भी बहिष्कार कर सकते हैं।
चंपाई कैबिनेट का कुछ देर बाद विस्तार होना है। राजभवन में शपथ ग्रहण कार्यक्रम है। लेकिन कांग्रेस के करीब 12 विधायक अपने ही कोटे के रामेश्वर उरांव, बादल पत्रलेख, बन्ना गुप्ता का विरोध करते हुए बहिष्कार की तैयारी में हैं। नाराज विधायक नए लोगों को मौका देने की मांग कर रहे हैं। हालांकि, यह आवाज पहले से उठती रही है।
कांग्रेस के विधायकों ने झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर से देर शाम सर्किट हाउस में मुलाकात की और कड़ा विरोध जताया। विधायकों ने दो टूक कह दिया है कि अगर पुराने मंत्रियों को ही रिपीट करना है तो पार्टी में उनकी प्रासंगिता क्या है। कांग्रेस विधायकों ने कहा कि यह चर्चा हो रही है कि पिछली सरकार में कांग्रेस कोटे के मंत्रियों को ही फिर से चंपाई सरकार में भी मंत्री बनाया जा रहा है। यह सही नहीं है। मंत्रियों के कामकाज और व्यवहार से पार्टी के कार्यकर्ता से लेकर विधायक तक पीड़ित रहे हैं। आम लोग भी खुश नहीं हैं। इसकी शिकायत प्रदेश नेतृत्व से लेकर राज्य प्रभारी और दिल्ली दरबार तक में की गई।
कांग्रेस की वजह से ही विस्तार में देर
इससे पहले 8 फरवरी को ही मंत्रिमंडल का विस्तार होना था। सीएम चंपाई सोरेन के आग्रह पर राजभवन में इसकी तैयारी भी पूरी कर ली गई थी। लेकिन कांग्रेस में मंत्रियों के नाम पर सहमति नहीं बन पाने के कारण संशोधित कार्यक्रम 16 फरवरी का तय किया गया। इससे पहले हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद दो फरवरी को चंपाई सोरेन मुख्यमंत्री के अलावा कांग्रेस के आलमगीर आलम और राजद के सत्यानंद भोक्ता मंत्री पद की शपथ ले चुके हैं।
कांग्रेस प्रभारी ने आलाकमान तक पहुंचाई शिकायतें
सूत्रों की माने तो मंत्री पद को लेकर कांग्रेस विधायकों के कड़े रुख के बाद कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने पार्टी आलाकमान तक विधायकों की शिकायतें पहुंचाई। दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेनुगोपाल के समक्ष सारी बातें रखी गई है। वे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को इसकी सारी जानकारी देंगे।