भोपाल:तो क्या निशांक राठौड़ को सर तन से जुदा गैंग ने ही मारा है? निशांक राठौड़ की हत्या हुई या उन्होंने आत्महत्या की? रायसेन जिले के चर्चित निशांक राठौड़ मौत की गुत्थी जल्द सुलझ सकती है। यानी ऐसे कई सारे सवालों के जवाब जल्द मिल सकते हैं। इस मामले की जांच SIT कर रही है। एसआईटी को अब साइबर सेल की उस रिपोर्ट का इंतजार है, जिसे लेकर कहा जा रहा है कि यह रिपोर्ट पूरे मामले को किसी अहम निष्कर्ष तक पहुंचा सकती है।
दरअसल साइबर सेल ने निशांक के मोबाइल और लैपटॉप को अपने कब्जे में लेकर उसे खंगालना शुरू कर दिया है। मोबाइल और लैपटॉप के डेटा से काफी कुछ मिलने की उम्मीद की जा रही है। जाहिर है यह जांच काफी अहम है क्योंकि छात्र निशांक के पिता को घटना से ठीक पहले मोबाइल पर जो मैसेज मिला था उसमें जो बातें लिखी थीं उससे मौत का राज गहरा गया था।
पिता उमाशंकर राठौड़ को मिले मैसेज में लिखा गया था, ”राठौर साहाब आपका बेटा बहुत बहादुर था… गुस्ताख-ए-नबी की एक ही सजा, सर तन से जुदा।” उसके वॉट्सऐप और इंस्टाग्राम पर भी उसके फोटो के साथ इस मैसेज को डीपी में लगाया गया था। पिता को मैसेज भेजना और इस तरह इंस्टाग्राम पर फोटो लगाना किसी की साजिश थी या शरारत? उम्मीद है इस राज से पर्दा अब जल्द उठ जाएगा।
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि यह पूरा मामला गहन चिंतन का विषय बन गया है। आखिरी पोस्ट में उसके ही मोबाइल का इस्तेमाल हुआ है। प्रथम दृष्टया पता चला है कि किसी दूसरे शख्स ने उसके फोन का इस्तेमाल नहीं किया है। जो फोटो पोस्ट किये गये हैं। उसमें भी फिंगर प्रिंट उसी के आ रहे हैं। बॉडी पर चोट के निशान नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि घर के लोगों ने जानकारी दी है कि वो शेयर मार्केटिंग में भी शामिल रहता था। एक लैपटॉप उसके घर से मिला है। जो लैपटॉप मिला है उसे साइबर सेल को दिया गया है। कई चीजें धीरे-धीरे पता चल जाएंगी।
घटना के दिन का पूरा टाइमलाइन
गृहमंत्री ने बताया कि जो सीसीटीवी फुटेज सामने आया है उससे पता चलता है कि घटना के दिन निशांक 4 बजकर 8 मिनट के करीब टीटीनगर से सिमनी मालवा के लिए निकला। इस दिन का पूरा टाइमलाइन बताते हुए गृहमंत्री ने कहा कि 5 बजकर 22 मिनट पर वो आईओसीएल के एक पेट्रोल पंप पर अकेला था। 5 बजकर 26 मिनट पर उसके फोन से ऑप इंडिया का आर्टिकल पढ़ा गया और फिर उसी के फोन से फोटो एडिट कर जोड़ा गया था।
5 बजकर 48 मिनट पर उसी के फोन से इंस्टाग्राम की स्टोरी भी शेयर हुई है। 5 बजकर 50 मिनट पर उसी के फोन से फेसबुक पर फोटो शेयर हुआ है। 6 बजकर 02 मिनट पर जो उस समय ट्रेन गुजरी थी उसकी मृत्यु उससे हुई है। ऐसा फॉरेंसिक जांच में सामने आया है, हालांकि अभी इसकी जांच चल रही है। गृहमंत्री ने आगे बताया है कि 7 बजे के आसपास उसका शव रेलवे ट्रैक से बरामद किया गया है। उसकी एक्टिवा घटनास्थल से 100 मीटर दूर मिली है। निशांक डिप्रेशन में था? इस सवाल के जवाब में गृहमंत्री ने यह भी बताया है कि वो अकेला रहता था। उसकी मां नहीं थी।
स्कूटी मालिक का वीडियो आया सामने
इस पूरे मामले में सोशल मीडिया पोस्ट और पिता को मिले मैसेज ने इस मौत को रहस्य बना दिया है। अब काफी कुछ साइबर सेल की रिपोर्ट पर निर्भर है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि निशांक ने जिसका स्कूटी किराये पर लिया था उसका भी पता चल गया है।
गाड़ी देते वक्त वाहन मालिक प्रखर ने वीडियो भी बनाया था। गाड़ी का नम्बर MP04 UF 4729 है। एक्टिवा किराये पर देते समय वीडियो बनाने वाले व्यक्ति ने कहा ‘980 रूपये भैया ने ऑनलाइन किए हैं, 500 पहले के डिपॉजिट हैं..1 दिन की बुकिंग के लिए गाड़ी जा रही है।’
बता दें कि बीटेक स्टूडेंट निशांक राठौर का शव रेल पटरी पर बीते रविवार को मिला था। निशांक के सोशल मीडिया एकाउंट से कुछ संदिग्ध पोस्ट किए गए थे। इसके चलते मौत के पीछे किसी बड़ी साजिश की आशंका घरवालों ने जताई। मामले में गठित एसआईटी गठित की गई थी। यह भी कहा जा रहा है कि क्रिप्टो करेंसी में नुकसान भी मौत की एक वजह हो सकती है।