नई दिल्ली:आने वाले चार-पांच महीनों में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं। इन चुनावों के लिए सभी पार्टियों ने अपनी तैयारियों शुरू कर दी हैं। कांग्रेस ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं, लेकिन सचिन पायलट और सीएम गहलोत के बीच का विवाद कांग्रेस अभी तक सुलझा नहीं पाई है। कांग्रेस ने राजस्थान विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने और रणनीति बनाने के लिए गुरुवार को राज्य से जुड़े पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई है। सूत्रों का कहना है कि इस बैठक के माध्यम से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच के विवाद को सुलझाने का प्रयास किया जाएगा। बता दें कि पायलट और गहलोत के बीच बीते कई सालों से विवाद चल रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि गुरुवार को होने वाली बैठक में कांग्रेस आलाकमान दोनों के बीच विवाद को सुलझा लेगा। हालांकि, आलाकमान की पिछली कई कोशिशें नाकाम साबित हुई हैं।
गुरुवार को होने वाली बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा बैठक में सचिन पायलट, पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और राजस्थान के कुछ अन्य कांग्रेस नेता भी मौजूद रहेंगे।
ऑनलाइन जुड़ेंगे CM गहलोत
मुख्यमंत्री गहलोत पैर में चोट के चलते जयपुर से ही इस बैठक में ऑनलाइन तरीके से भाग लेंगे। इस बैठक से एक दिन पहले, मुख्यमंत्री गहलोत ने मंगलवार को कहा कि राजस्थान सरकार भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामलों में सजा को मौजूदा 10 साल से बढ़ाकर आजीवन कारावास तक करने के लिए अगले विधानसभा सत्र में एक विधेयक लाएगी। ऐसे में माना जा रहा है कि इस बैठक में आलाकमान की मौजूदगी में सचिन पायलट और अशोक गहलोत का विवाद सुलझ जाएगा।
सचिन पायलट ने अपनी ‘जन संघर्ष यात्रा’ के दौरान प्रदेश सरकार के समक्ष तीन मांग रखी थी जिनमें राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) का पुनर्गठन, सरकारी परीक्षा के पेपर लीक से प्रभावित युवाओं को मुआवजा और पिछली वसुंधरा राजे सरकार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप की उच्च स्तरीय जांच शामिल थी। इस दौरान गहलोत ने पेपर लीक मामले में कड़ी सजा का प्रावधान करने का बिल सदन में पेश करने का ऐलान कर दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि अब गहलोत और पायलट के बीच की खाई को पाटा जा सकता है।
पिछले महीने कांग्रेस ने गहलोत और पायलट के साथ पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मैराथन बैठक के बाद कहा था कि दोनों नेता आगामी विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ने पर सहमत हैं तथा उनके बीच के मुद्दों का समाधान आलाकमान करेगा।