नई दिल्ली:स्टार ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा ने इंदौर टेस्ट मैच के पहले दिन चार विकेट लेकर टीम इंडिया के लिए उम्मीद की किरण तो जला दी है, लेकिन उनकी एक गलती ने भारत को काफी मुश्किल में भी डाल दिया। इंदौर के होलकर क्रिकेट स्टेडियम पर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा टेस्ट मैच खेला जा रहा है। भारत ने टॉस जीता और कप्तान रोहित शर्मा ने पहले बैटिंग का फैसला लिया। हालांकि भारतीय टीम पहली पारी में महज 109 रन ही बना पाई। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 12 रनों पर ट्रैविस हेड के रूप में पहला विकेट गंवा दिया था।
क्रीज पर मार्नस लाबुशेन और उस्मान ख्वाजा थे, और तभी जड्डू की गेंद पर बिना खाता खोले लाबुशेन बोल्ड हो गए। भारत जश्न मनाने ही लगा था, जब पता लगा कि यह तो नो-बॉल थी। मैच में कमेंटरी कर रहे टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर इससे काफी ज्यादा नाराज दिखे। गावस्कर ने कहा, ‘यह स्वीकार्य है ही नहीं। वह कुछ मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड्स जीत चुके हैं, लेकिन एक स्पिनर के लिए नोबॉल करना… मुझे लगता है कि पारस म्हाम्ब्रे को उनके साथ बैठना होगा और उन्हें क्रीज के अंदर रहकर गेंद करानी होगी।’
लाबुशेन का वह नोबॉल पर विकेट टीम इंडिया को काफी भारी पड़ा। लाबुशेन ने ख्वाजा के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 96 रनों की साझेदारी निभाई। लाबुशेन का विकेट हालांकि अंत में रविंद्र जडेजा के खाते में ही गया। ऑस्ट्रेलिया ने 47 रनों की बढ़त बना ली है, जबकि उसके अभी छह विकेट बचे हैं।