रहाणे की वापसी पर जहां कई क्रिकेट फैंस और पूर्व क्रिकेटरों ने खुशी जताई तो पूर्व भारतीय स्पिनर मुरली कार्तिक ने खिलाड़ियों के कमबैक को लेकर बीसीसीआई की नीति पर सवाल उठाया। कार्तिक ने रहाणे की वापसी की सराहना करते हुए कहा कि हनुमा विहारी के लिए भी इसी तरह का समान पैमाना क्यों लागू नहीं होता, जो पिछले साल से भारतीय टीम से बाहर हैं। बता दें कि विहारी ने भारत के लिए आखिरी टेस्ट जुलाई 2022 में खेला था।
कार्तिक ने क्रिकबज से कहा, ”यह मुश्किल है। हमें शिव सुंदर दास की अगुवाई वाली चयन समिति से पूछना होगा कि सेलेक्शन का क्या पैमाना था। क्योंकि जब रहाणे को ड्रॉप किया तो कहा गया कि उन्होंने पिछली 20-30 पारियों में रन नहीं बनाए। लेकिन अच्छी बात यह है कि हर खिलाड़ी कमबैक कर सकता है। किसी के लिए दरवाजे बंद नहीं होते। पहले जब आप बाहर होते थे तो वापसी करना नामुमकिन होता था।”
कार्तिक ने आगे कहा, ‘लेकिन मैं जानना चाहता हूं कि हनुमा विहारी के लिए वही पैमाना क्यों नहीं है। उन्होंने वही किया जो चयनकर्ता चाहते थे। हां, रहाणे का रिकॉर्ड अच्छा है। वह जिस तरह से खुद को कैरी करते हैं, मैं उसका फैन हूं। लेकिन अगर किसी खिलाड़ी को चुनने का यही पैमाना है तो हनुमा विहारी ने क्या गलती की है। उसने कुछ गलत नहीं किया है। जब उसे ड्रॉप किया गया तो वह अच्छा कर रहा था। विहारी को उसी लेंस से क्यों नहीं देखा गया?”