नई दिल्ली:मध्य प्रदेश कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं है। पार्टी के भीतर के मतभेद चुनाव के पहले खुलकर सामने आ रहे हैं। एमपी में कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष दामोदर सिंह ने शनिवार को पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और उनके बेटे जयवर्धन सिंह के पुतले फूंके। दामोदर सिंह ने दिग्गज कांग्रेसी नेता पर चुनाव में पर्याप्त अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) उम्मीदवार नहीं उतारने का आरोप लगाया है। इसी के साथ कांग्रेस को एक बड़ा झटका देते हुए उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव में 15 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर दिया है।
कांग्रेस में आग लगाने का आरोप
दामोदर सिंह के समर्थकों ने भोपाल में कांग्रेस पार्टी कार्यालय के ठीक बाहर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा, ‘पिता-पुत्र (दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह) कांग्रेस पार्टी में आग लगाने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस को गरीबों और पिछड़ों की पार्टी नहीं बनने दिया जा रहा है।’ दामोदर सिंह ने पूर्व सीएम और उनके बेटे पर राहुल गांधी की छवि खराब करने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया है।
क्यों फूंके पुतले?
दिग्विजय सिंह और उनके बेटे पर आरोप लगाते हुए दामोदर सिंह ने एएनआई से कहा, ‘जब राहुल गांधी दावा करते हैं कि जनसंख्या के हिसाब से अधिकार दिया जाएगा तब ये दोनों ऐसा नहीं होने देने दे रहे हैं। जब ये कांग्रेस में आग लगा रहे हैं तो हम इनके पुलते जला रहे हैं।’ एमपी में कांग्रेस की ओबीसी इकाई के प्रदेश अध्यक्ष दामोदर सिंह ने आरोप लगाया कि उन्होंने पिछड़े वर्ग के लिए 126 सीटें मांगी थीं लेकिन दिग्विजय सिंह ने केवल 55 सीटें दीं।
दामोदर सिंह ने कहा, ‘पिछड़ा वर्ग का प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते मैंने मध्य प्रदेश में पिछड़ा वर्ग के लिए 126 टिकट की मांग की थी। लेकिन उन्होंने (पार्टी ने) केवल 55 टिकट दिए। स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह के एक रिश्तेदार हैं। जिनकी आबादी राज्य में पांच लाख भी नहीं है उन्हें 35 टिकट दे दिये गए। जबकि राज्य में पिछड़े वर्ग के लोगों की आबादी करीब 3.5 करोड़ है, उन्हें सिर्फ 55 टिकट दिए जा रहे हैं।’