इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की कुर्सी खतरे में हैं। विपक्षी पार्टियों के निशाने में आए इमरान खान अब भारत की विदेश नीति की तारीफ कर रहे हैं। इस बीच, पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने शनिवार को कहा कि भारत के साथ सभी विवादों को बातचीत के जरिए शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया जाना चाहिए। जनरल बाजवा ने दो दिवसीय ‘इस्लामाबाद सुरक्षा संवाद’ सम्मेलन के अंतिम दिन यह बात कही।
थल सेनाध्यक्ष ने कहा कि खाड़ी क्षेत्र में दुनिया का एक तिहाई हिस्सा और अन्य जगहों पर किसी न किसी तरह के संघर्ष और युद्ध में शामिल होने के कारण यह महत्वपूर्ण है कि हम अपने क्षेत्र से आग की लपटों को दूर रखें। जनरल बाजवा ने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर विवाद सहित सभी लंबित मुद्दों को हल करने के लिए बातचीत और कूटनीति का उपयोग करने में विश्वास रखता है और अगर भारत ऐसा करने के लिए सहमत होता है तो वह इस मोर्चे पर आगे बढ़ने के लिए तैयार है।
जनरल बाजवा ने कहा कि मेरा मानना है कि यह क्षेत्र के राजनीतिक नेतृत्व के लिए अपने भावनात्मक और अवधारणात्मक पूर्वाग्रहों से ऊपर उठने और इतिहास की बेड़ियों को तोड़ने का समय है, ताकि क्षेत्र के लगभग तीन अरब लोगों को शांति और समृद्धि मिल सके। हालांकि, उन्होंने कहा कि भारतीय नेताओं का अड़ियल व्यवहार एक बड़ी बाधा है।
बता दें कि 2016 में पठानकोट एयर फोर्स बेस पर पड़ोसी देश में स्थित आतंकी समूहों द्वारा किए गए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में दरार आ गई। साथ ही उरी में भारतीय सेना के शिविर पर एक हमले सहित बाद के हमलों ने रिश्ते को और खराब कर दिया है।
अगस्त 2019 में भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर की विशेष शक्तियों को वापस लेने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने की घोषणा के बाद संबंध और बिगड़ गए। पाकिस्तान ने भारत के साथ सभी हवाई और भूमि संपर्क भी तोड़ दिए और व्यापार और रेलवे सेवाओं को निलंबित कर दिया।
गौरतलब है कि पाकिस्तान के साथ संबंध को लेकर भारत का रूख स्पष्ट है। भारत ने कहा है कि वह आतंक, शत्रुता और हिंसा से मुक्त वातावरण में पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंध चाहता है। भारत ने कहा है कि आतंकवाद और शत्रुता से मुक्त वातावरण बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है।