नई दिल्ली:भाजपा सांसद कंगना रनौत ने इंस्टाग्राम पर एक फोटो शेयर की है, जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है। इस फोटो में पीएम मोदी के पीछे एक महिला सुरक्षा अधिकारी खड़ी है। कंगना ने इस फोटो को अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर शेयर किया है। फोटो पर लिखा है लेडी एसपीजी और साथ ही इसे वुमन एम्पॉवरमेंट का सबसे बड़ा उदाहरण बताया गया है। कंगना ने फोटो के साथ कोई कैप्शन नहीं दिया है। ऐसे में फोटो के ऊपर लिखे लेडी एसपीजी के आधार पर लोग अनुमान लगाने लगे। कुछ लोगों ने तो यह भी दावा किया कि महिला स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) कमांडो है।
बता दें कि एसपीजी की क्लोज प्रोटेक्शन टीम में कुछ महिला कमांडो शामिल हैं। इन्हें साल 2015 में एसपीजी की इस टीम में शामिल किया गया। हाल-फिलहाल एसपीजी में करीब 100 महिला कमांडोज शामिल हैं। बहरहाल, जिस महिला सुरक्षा अधिकारी की तस्वीर कंगना रनौत ने शेयर की है वह एसपीजी कमांडो नहीं है। एनडीटीवी के मुताबिक यह महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की पीएसओ है। वह सीआरपीएफ में बतौर असिस्टेंट कमांडेंट तैनात है।
लोग कर रहे शेयर
सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में पीएम मोदी के पीछे खड़ी महिला अधिकारी को एसपीजी कमांडो बताते हुए शेयर किया है। एक्स पर तमाम लोगों ने इस फोटो को महिला सशक्तिकरण का उदाहरण बताया है। कुछ लोगों ने इसे फोटो ऑफ द ईयर बताया है। हालांकि एक्स पर कुछ पोस्ट्स में यह भी बताया गया है कि इस महिला का एसपीजी से कुछ लेना-देना नहीं है। बल्कि वह सीआरपीएफ में अधिकारी है।
क्या है एसपीजी
गौरतलब है कि एसपीजी प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री और उनके परिवार के सदस्यों की सुरक्षा में तैनात रहती है। एसपीजी को 1985 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी द्वारा कैबिनेट सचिवालय के तहत तैयार किया गया था। राजीव गांधी ने यह फैसला अपनी मां और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद लिया था। इंदिरा गांधी को उन्हीं के बॉडीगार्ड्स से गोलियों से छलनी कर दिया था। बाद में साल 1988 में एसपीजी ऐक्ट अस्तित्व में आया। एसपीजी अपने बेमिसाल सुरक्षा इंतजाम के लिए जानी जाती है। अभी तक एसपीजी अधिकारियों को उनकी विशिष्ट सेवा एक शौर्य चक्र, 45 प्रेसीडेंट पुलिस मेडल और 347 पुलिस मेडल प्रदान किया जा चुका है।