नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को प्रगति मैदान के एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर और छह अंडरपास का उद्घाटन किया। इसे 920 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया गया है। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य प्रगति मैदान में विकसित किए जा रहे प्रदर्शनी और सम्मेलन केंद्र तक लोगों को परेशानी मुक्त और सुगम पहुंच प्रदान करना है। इस टनल और छह अंडरपास के जरिए एक लाख से ज्यादा यात्रियों के लिए यातायात आसान हो जाएगा। आईटीओ पर लगने वाला जाम भी खत्म होगा।
टनल के उद्घाटन के बाद लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज दिल्ली को केंद्र सरकार की तरफ से आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का एक बहुत ही सुंदर उपहार मिला है। इतने कम समय में एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर को तैयार करना आसान नहीं था। जिन सड़कों के इर्द-गिर्द ये कॉरिडोर बना है वो दिल्ली की सबसे व्यस्ततम सड़कों में से एक है। दिल्ली-एनसीआर की समस्याओं के समाधान के लिए बीते 8 सालों में हमने अभूतपूर्व कदम उठाए हैं। बीते 8 सालों में दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो सेवा का दायरा 193 किलोमीटर से करीब 400 किलोमीटर तक पहुंच चुका है।
कोविड की वजह से परियोजना में हुई देरी
प्रधानमंत्री ने कहा कि इतने कम समय में इस इंटीग्रेटिड ट्रांजिट कॉरिडोर को तैयार करना जरा भी आसान नहीं था। जिन सड़कों के इर्द-गिर्द यह कॉरिडोर बना है वो दिल्ली की सबसे बिजी सड़कों में से एक हैं। हर रोज लाखों गाड़ियां गुजरती हैं। जो टनल बनी है उसके ऊपर सात रेलवे लाइन गुजर रही हैं। इन सब मुश्किलों के बीच कोरोना आ गया। हमारे देश में न्यायालय का दरवाजा खटखटाने वाले लोगों की भी कमी नहीं है। हर चीज में अड़ंगे डालने वाले होते ही हैं। अनेक मुसीबतें पैदा होती हैं देश को आगे ले जाने में, इस प्रोजेक्ट को भी वैसी कठिनाइयों से गुजरना पड़ा।