पंचांग के मुताबिक हर माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी व्रत रखा जाता है। मान्यता है कि इस दिन जो भी व्यक्ति व्रत रखकर जो भी गणेश जी की पूजा- अर्चना करता है। गणेश जी की कृपा से संकट और कष्ट मिटते हैं, मनोकामनाएं पूरी होती हैं। लेकिन आपको बता दें कि इस दिन चंद्रमा के दर्शन नहीं किए जाते हैं। आपको बता दें कि इस बार फाल्गुन विनायक चतुर्थी व्रत 23 फरवरी को रखा जाएगा। वहीं इस दिन 4 शुभ योग भी बन रहे हैं, जिससे इस दिन का महत्व और भी बढ़ गया है। आइए जानते हैं तिथि, शुभ मुहूर्त और उपाय…
फाल्गुन विनायक चतुर्थी 2023 तिथि
वैदिक पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 23 फरवरी को सुबह 03 बजकर 23 मिनट पर होगी और इस तिथि का अंत अगले दिन 24 फरवरी शुक्रवार को रात 01 बजकर 32 मिनट पर होगा। उदयातिथि के अनुसार विनायक चतुर्थी व्रत 23 फरवरी गुरुवार को रखा जाएगा।
विनायक चतुर्थी 2023 पूजा मुहूर्त
पंचांग के मुताबिक 23 फरवरी को विनायक चतुर्थी पूजा का शुभ मुहूर्त दिन में 11 बजकर 25 मिनट से शुरू होकर दोपहर 01 बजकर 43 मिनट तक रहेगा. इस समय में आप भगवान गणेश की पूजा- अर्चना कर सकते हैं।
बन रहे हैं 4 शुभ योग
इस दिन 4 शुभ योग बन रहे हैं। आपको बता दें कि सुबह से ही शुभ योग बना है, जो रात 08 बजकर 57 मिनट तक रहेगा। इसके बाद शुक्ल योग शुरू हो जाएगा, जो अगले दिन शाम तक होगा। विनायक चतुर्थी के दिन रवि योग पूरे समय तक रहेगा। साथ ही इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है।
करें ये उपाय
1- फाल्गुन विनायक चतुर्थी पर गणेश जी को सिंदूर का तिलक लगाएं। साथ ही इस मंत्र “सिन्दूरं शोभनं रक्तं सौभाग्यं सुखवर्धनम्। शुभदं कामदं चैव सिन्दूरं प्रतिगृह्यताम्॥“ का जाप करें। ऐसा करने से व्यक्ति को आरोग्य की प्राप्ति होती है।
2- इस दिन सुबह जल्दी उठकर साफ- सुथरे वस्त्र पहन लें। साथ ही भगवान गणेश की शुभ मुहुर्त में पूजा करें और शाम को संकटनाशन गणेश स्तोत्र का पाठ करें। ऐसा करने से आपको सभी कामों में सफलता मिल सकती है। साथ ही सभी बाधाओं का नाश होगा।
3-इस दिन भगवान गणेश को 21 लड्डू का भोग लगाएं और फिर इन्हें गरीब बच्चों में दान दें। ऐसा करने से आपको भगवान गणेश का आशीर्वाद प्राप्त होगा। साथ ही बुध ग्रह की भी कृपा प्राप्त होगी।