नई दिल्ली:कश्मीर में हिन्दुओं के कत्ल और घाटी की शांत वादियों को दहलाने की साजिश एक साल पहले पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में रची गई थी। सुरक्षा एजेंसियों के पास जानकारी सामने आई है कि इस वक्त कश्मीर में हिन्दुओं की टारगेट किलिंग का जो सिलसिला शुरू हुआ है उसकी पटकथा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद में आईएसआई द्वारा रची गई थी। इसमें कुल 200 ऐसे लोगों की लिस्ट सामने आई है, जिनकी हत्या की जानी है। बता दें कि कश्मीर में पिछले 26 दिनों में 10 लोगों की हत्या हो चुकी है। लोग मारे डर के घाटी छोड़ने को मजबूर हैं। घाटी में रह रहे लोग अपनी जान बचाने के लिए सुरक्षित ठिकानों की तरफ रुख कर रहे हैं। इन हत्याओं पर अंकुश लगाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाई प्रोफाइल बैठक भी ली है। जिसमें सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के अलावा रॉ चीफ भी मौजूद रहे। सरकार इस मामले में बहुत बड़ा कदम उठा सकती है।
200 लोगों को मारने की प्लानिंग
कश्मीर में टारगेट किलिंग पर बड़ा खुलासा करते हुए खुफिया एजेंसियों ने कहा है कि इन हत्याओं की योजना पिछले साल पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद में की गई थी। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, 21 सितंबर 2021 को मुजफ्फराबाद में ISI अधिकारियों और अन्य आतंकी संगठनों के बीच बैठक हुई थी। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, प्लानिंग के दौरान 200 ऐसे लोगों की लिस्ट तैयार की गई, जिनकी जान ली जानी है। एजेंसियों के मुताबिक बैठक में नए नामों से नए आतंकी समूह बनाने की योजना भी सामने आई है।
नए नामों से आतंकी संगठन
इंडिया टुडे के अनुसार, पिछले साल अक्टूबर में इस मुलाकात का खुलासा हुआ था। आईएसआई के आतंकी संगठनों के साथ हुई इस बैठक में तय हुआ था कि अलग-अलग और नए नामों से आतंकी ग्रुप बनाए जाएंगे, जो टारगेट किलिंग की जिम्मेदारी लेंगे। बैठक में निर्णय लिया गया कि कश्मीरी पंडितों, सुरक्षाकर्मियों, आरएसआर और भाजपा के स्थानीय नेताओं के अलावा केंद्र सरकार के कर्मचारियों को निशाना बनाया जाएगा।
लगातार हो रहा पलायन
घाटी में हालात 1990 से भी खराब हो गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने बिहार के एक मजदूर और बैंक में घुसकर राजस्थान के मैनेजर विजय कुमार की हत्या कर दी। इससे पहले राहुल भट नाम के कश्मीरी पंडित को ऑफिस के अंदर गोलियों से भून दिया। इन हालातों से लोग काफी डरे हुए हैं। अब तक हमारे 30 से 40 परिवार घाटी छोड़ चुके हैं क्योंकि उनकी मांगों को सरकार पूरा नहीं कर सकी है।
गौरतलब है कि पूरी कश्मीर घाटी में टारगेट किलिंग की अलग-अलग घटनाओं में 26 दिनों में कम से कम 10 लोग मारे जा चुके हैं। बीते रोज गुरुवार को दो जगहों पर आतंकी हमले हुए। सबसे पहले बैंक मैनेजर विजय कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसके बाद शाम को दो प्रवासी मजदूरों पर फायरिंग कर दी गई। उनमें से एक की मौत हो गई है।