बमियाल (पठानकोट)। भारत-पाकिस्तान की अतंरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित पठानकोट जिले के सीमावर्ती गांवों में 48 घंटे में नौ संदिग्ध दिखाई देने से सुरक्षा एजेंसियां चौकस हो गईं हैं। सबसे पहले बुधवार को बमियाल हलके के गांव छोड़ीया में एक महिला ने तीन संदिग्ध देखे। वीरवार सुबह भी इसी गांव में दो संदिग्ध देखे गए। इसके बाद वीरवार शाम को रावी दरिया के निकट जम्मू-कठुआ की सीमा से सटे गांव चकराल में दो युवकों ने चार संदिग्ध देखे। इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी।
पुलिस और बीएसएफ चला रही है तलाशी अभियान
पुलिस और बीएसएफ के जवानों की ओर से सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। सेटेलाइट की माध्यम से ड्रोन उड़ाकर भी क्षेत्र की तलाशी की जा रही है। सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों ने भी क्षेत्र में डेरा जमाया हुआ है और संदिग्ध देखने का दावा करने वाले लोगों से जानकारी कर रहे हैं। गांव के चकराल के युवक रघुवीर सिंह और रिशु कुमार ने पुलिस को बताया कि वीरवार रात करीब 9:15 बजे उन्होंने चार संदिग्ध व्यक्तियों को गन्ने के खेत के नजदीक देखा था। सभी काले कपड़े पहने हुए थे और चेहरे को ढंका हुआ था। देखते ही देखते संदिग्ध गन्ने के खेतों में छिप गए।
संदिग्धों का नहीं लगा कोई सुराग
शुक्रवार सुबह गांव चकराल व नजदीक के करीब 10 किलोमीटर इलाकों को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। पुलिस, ऑपरेशन ग्रुप कमांडो और बीएसएफ के जवानों की ओर से क्षेत्र में संयुक्त सर्च अभियान शुरू किया गया जो देर शाम तक जारी रहा। हालांकि संदिग्धों का कोई सुराग हाथ नहीं लगा। उधर, पंजाब पुलिस के डीआइजी बार्डर रेंज ने भी सेना के अधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा को लेकर चर्चा की। डीएसपी ग्रामीण सुखजिंदर सिंह ने कहा कि संदिग्धों का सुराग नहीं लगा, लेकिन लोगों को डरने की जरूरत नहीं है।