पुंछ:कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ में चुनावी रैली की। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी पर उन्होंने सीधा हमला बोला और कहा कि अब वह बदल चुके हैं। राहुल गांधी ने कहा कि आज वह नरेंद्र मोदी नहीं रह गए हैं, जो पहले हुआ करते थे। हमने उनको मनोवैज्ञानिक तौर पर खत्म कर दिया है। अब वह नरेंद्र मोदी नहीं बचा है, जिसे आप लोग पहले देखा करते थे। राहुल गांधी ने कहा, ‘जो पहले नरेंद्र मोदी थे, 56 इंच की छाती वाले। आपको उनका चेहरा दूर से दिखता है, मैं तो संसद में सामने रहता हूं। साफ दिखता है कि पहले जो नरेंद्र मोदी थे, आज वह नहीं बचा है। आज विपक्ष जो करवाना चाहता है, हम वह करवा लेते हैं। वे कोई कानून लाते हैं तो हम उनके सामने खड़े हो जाते हैं और फिर वे नया कानून लाते हैं।’
राहुल ने कहा कि इलेक्शन के दौरान नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं तो बायोलॉजिकल नहीं हूं। मेरी सीधा कनेक्शन ऊपर है। मैं तो सीधे भगवान से बात करता हूं। लेकिन अब INDIA गठबंधन ने नरेंद्र मोदी को मनोवैज्ञानिक रूप से तोड़ दिया है। लोकसभा में नेता विपक्ष ने कहा, ‘हमने यह काम नफरत से नहीं बल्कि मोहब्बत से यह किया है। हमने मोहब्बत के जरिए नफऱत को हराया है। उन्होंने कहा कि ऐसा बहुत बार हुआ है कि यूनियन टेरिटरी को राज्य बनाया गया। कई बार राज्यों का बंटवारा हुआ और एक से दो राज्य बने। मगर ऐसा पहली बार हुआ कि एक राज्य को यूनियन टेरिटरी बनाया गया। आप जो हक है, वह आपसे छीना गया है। भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है। एक स्टेट से कहा गया कि आप अब राज्य नहीं रहेंगे बल्कि केंद्र शासित प्रदेश होंगे।’
पूरे देश में नरेंद्र मोदी ने बेरोजगारी फैला रखी है। सिर्फ 2 से तीन लोगों के लिए ये काम करते हैं। इन्होंने देश के 25 अरबपतियों का 16 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया है। छोटे कारोबारियों को इन लोगों ने खत्म कर दिया है। नतीजा यह है कि हिन्दुस्तान में कहीं भी रोजगार नहीं है और यही हाल जम्मू-कश्मीर में भी है।
आज आपकी सरकार ही यहां से नहीं चलती बल्कि दिल्ली से आदेश आता है। हम चाहे थे कि आपको चुनाव से पहले ही स्टेटहुड मिल जाए। हम चाहेंगे कि इलेक्शन होते ही ऐसा हो जााए। ये लोग बांटने का काम भी करते हैं। भाषा को भाषा से, राज्य को दूसरे राज्य से और धर्म, जाति के आधार पर भी ये झगड़ा कराते हैं। यहां भी इन्होंने पहाड़ी और गुर्जर भाइयों को लड़ाने की कोशिश की। मैं बता देता हूं कि इनका यह प्रोजेक्ट फेल होगा।