नई दिल्ली:पिछले कुछ सालों में भारतीय टीम के निराशाजनक प्रदर्शन के पीछे खिलाड़ियों की चोट ने एक बड़ा रोल अदा किया है। टीम इंडिया के अधिकतर खिलाड़ी आए दिन चोट के चलते टीम से बाहर हो जाते हैं, जिसका असर टीम के कॉम्बिनेशन पर पड़ता है। इसी बीच भारत के पूर्व कप्तान कपिल देव ने खिलाड़ियों के बार-बार चोटिल होने की वजह का खुलासा करते हुए एक बड़ा बयान दिया है।
दरअसल, भारतीय टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और ऑलराउंडर खिलाड़ी रविंद्र जडेजा काफी लंबे समय से क्रिकेट से दूर है। बता दें कि पिछले एक साल से बुमराह अपनी चोट के चलते खेल नहीं पा रहे है, जिससे टीम इंडिया को कमजोरी मिल रही है और टीम को बड़े-बड़े इवेंट्स में हार झेलनी पड़ रही है। हाल ही में पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने लगातार चोटिल खिलाड़ियों को लेकर एक बयान दिया है।
”टीम इंडिया के ज्यादातर खिलाड़ी चोट के चलते टीम से बाहर रहते है। मैं कहता हूं जितना अधिक आप खेलेंगे उतनी अधिक चोटें लगेंगी। क्रिकेट कोई साधारण खेल नहीं है। आपको इसे खेलने के लिए एथलेटिक होना होगा, सभी मांसपेशियों का उपयोग करना होगा और अलग-अलग जमीनी परिस्थितियों और कठोरता पर खेलना होगा। हर चीज को अपनाना इतना आसान नहीं है, यह शरीर पर भारी पड़ता है।”
इसके साथ ही कपिल देव ने चोटिल खिलाड़ियों को अहम सलाह देते हुए कहा कि ,
”तेज गेंदबाजों को नेट्स में अधिक गेंदबाजी करने की जरूरत है, जो मैच के दौरान सीधे दबाव लेने के बजाय उनके शरीर को भी तैयार करेगा।” इसके साथ ही उन्हें यह कहते हुए निराशा हुई कि इस वक्त तेज गेंदबाज नेट्स में केवल 30 गेंदें ही फेंकते हैं। उन्होंने आगे कहा,
”जितना ज्यादा आप नेट पर गेंदबाजी करेंगे, आपकी मांसपेशियां उतनी ही ज्यादा विकसित होने लगेंगी. पेशेवर स्तर पर खेलने के लिए तनाव होता है, तो शरीर में दरार पड़ने लगती है। उन्हें किसी भी चीज से ज्यादा गेंदबाजी करनी होती है।”