जयपुर:राजस्थान दौरे पर आए राहुल गांधी-मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी सरकार को जमकर निशाने पर लिया। प्रदेश कांग्रेस के नए मुख्यालय के शिलान्यास के बाद सम्मेलन में राहुल गांधी ने महिला आरक्षण लागू करने के समय और जातिगत जनगणना को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। राहुल गांधी ने कहा कि पूरे विपक्ष ने महिला आरक्षण का समर्थन किया। हम चाहते हैं कि महिला आरक्षण आज से ही लागू हो, लेकिन भाजपा दस साल बाद इसे लागू करना चाहती है। मोदी ओबीसी वर्ग को भागीदारी देना चाहते हैं, लेकिन जातिगत जनगणना से क्यों डर रहे हैं? वे अडाणी से भी डरते हैं। चुनाव में जब बीजेपी वाले वोट मांगने आएं तो उनसे यह जरूर पूछना कि जातिगत जनगणना क्यों नहीं करवा रहे हो?
नाम बदलने के लिए संसद का विशेष सत्र बुला लिया
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार ने नाम बदलना चाहा। संसद का विशेष सत्र बुला लिया। इंडिया को भारत किया, जबकि संविधान में साफ लिखा है कि इंडिया देट इज भारत। यानी इंडिया ही भारत है। जब उन्हें लगा कि इससे कोई फायदा नहीं होगा और भारत की जनता इन सब चीजों का समर्थन नहीं करती तो उन्होंने महिला आरक्षण बिल ले आए।महिला आरक्षण बिल का पूरे विपक्ष ने समर्थन किया। भाजपा चाहती है कि महिला आरक्षण दस साल में लागू हो, जबकि हम चाहते हैं कि महिला आरक्षण आज से ही लागू हो। मैंने रिसर्च की तो पता चला कि हमारी संस्थाओं में ओबीसी, दलित, आदिवासी वर्ग की क्या भागीदारी है? आज के हिंदुस्तान को 90 लोग चलाते हैं। आज के हिंदुस्तान को प्रधानमंत्री 90 अफसरों के साथ चलाते हैं। वे हर मंत्रालय के सचिव हैं। प्रधानमंत्री ओबीसी की बात करते हैं, लेकिन इन 90 अफसरों में सिर्फ 3 ओबीसी हैं। उनके पास हिंदुस्तान का सिर्फ 5 प्रतिशत बजट है।
जातिगत जनगणना की बात करो तो टीवी बंद कर देते हैं
राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान में हर वर्ग को सही प्रतिनिधित्व देने के लिए जातिगत जनगणना जरूरी है। इस जनगणना से पता चल जाएगा कि हिंदुस्तान में किस वर्ग के कितने लोग हैं। हम ओबीसी को भागीदारी देने की बात करते हैं, लेकिन जब तक ओबीसी कितने हैं, यह पता नहीं लगेगा तो कैसे काम होगा? प्रधानमंत्री जातिगत जनगणना से क्यों डरते हैं? हमने ये जनगणना करवाई थी, आंकड़े आपके पास हैं, उन आंकड़ों को हिंदुस्तान की जनता के सामने रख दीजिए और अगली जनगणना में जातिगत जनगणना भी करवाइए। ओबीसी का अपमान मत कीजिए। मोदी ने न तो अडाणी की बात कर पाते हैं, न ही ओबीसी के बारे में बात करते हैं।
बीजेपी दो हिंदुस्तान बनाना चाहती है
राहुल ने कहा कि पिछले दिनों बीजेपी के नेता अंग्रेजी के खिलाफ भाषण दे रहे थे। मैंने उनसे पूछा कि आपके बच्चे कहां पढ़ते हैं? उनके बच्चे अंग्रेजी मीडियम में पढ़ते हैं। बीजेपी नेता चाहते हैं कि उनके बच्चे अंग्रेजी में पढ़े और गरीब का बच्चा अंग्रेजी न सीखे। ये दो हिंदुस्तान बनाना चाहते हैं। राहुल गांधी ने चुनाव से पहले कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए कहा कि जंगल में शेर देखने के लिए कई घंटों की मेहनत करनी पड़ती है, लेकिन मेरे सामने हजारों बब्बर शेर बैठे हुए हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान में सरकार ने चिंरजीवी योजना जैसी हेल्थ स्कीम दी है। 500 रुपए में सिलेंडर दिया है। यह सभी काम कार्यकर्ता जनता को जाकर बताए।
खड़गे बोले – आदिवासी राष्ट्रपति का अपमान किया
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि नए संसद भवन के उद्घाटन में समारोह में राष्ट्रपति को नहीं बुलाया कर उनका अपमान किया गया। बीजेपी ने आदिवासी राष्ट्रपति का अपमान किया। इससे पहले दलित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का भी अपमान किया। खड़गे ने कहा कि क्या नाम के लिए बनाए जाते हैं राष्ट्रपति। खड़गे ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस कार्यकर्ता ही सरकार बनाएंगे। मेरा कहना है कि छोटी-मोटी बातें भूल जाओ। राहुल गांधी ने भीषण गर्मी और तूफान में भारत जोड़ो यात्रा की है। सोनिया गांधी ने अपने त्याग से पार्टी खड़ी की है। हम लोगों को एक रहना है। मेरा कहना है कि जो मेहनत राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने की है। उसे बरकरार रखना है। सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह महिला आक्षण बिल लेकर आए थे तब बीजेपी ने इसका विरोध किया था।
कांग्रेस आई तो तत्काल महिला आऱक्षण देंगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि 2024 में कांग्रेस सरकार आई तो तत्काल महिला आरक्षण देंगे। नई संसद भवन के लोकार्पण के समय में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नहीं बुलाया गया। यह राष्ट्रपति का अपमान है। उन्हें आदिवासी होने की वजह से नहीं बुलाया। इससे पहले कोविंद राष्ट्रपति थे तो उन्हें संसद भवन के शिलान्यास में नहीं बुलाया, क्योंकि वे अछूत मानते हैं। अछूत के आने से ये गंगाजल से जगह को धोते हैं। ये केवल कहने के लिए दलित और आदिवासी को आगे करने की बात कहते हैं।