डेस्क:बिहार विधानसभा उपचुनाव के साथ झारखंड में विधानसभा चुनाव में भी नौकरी और रोजगार बड़ा चुनावी मुद्दा बना हुआ है। राष्ट्रीय जनता दल(आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव बिहार के साथ झारखंड में भी अपने चुनावी भाषणों में नौकरी क्रेडिट का जिक्र करना नहीं भूलते। इस पर कभी लालू के हनुमान रहे बीजेपी पूर्व सांसद राम कृपाल यादव ने लालू फेमिली पर पलटवार किया है। कहा है कि इन लोगों की कोई भी बात मुझसे छुपी नहीं है। कैसे नौकरी देते हैं यह पूरा देश जानता है। दो बार पाटलिपुत्र से सांसद रहे भाजपा नेता ने तेजस्वी यादव और मीसा भारती पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी दावा किया है कि झारखंड में इस बार राजद का खाता भी नही खुलेगा।
शनिवार को रामकृपाल यादव ने कहा कि राजद के लोग रोजगार क्या देंगे, ये तो सबका रोजगार ले लेंगे। इनका ही है कि माल दो और रोजगार लो।मेरा मुंह मत खुलवाइए, हमसे इनका कुछ भी छुपा हुआ नहीं है। हम तो अंदर तक सब जानते हैं। रामकृपाल यादव ने दावा कि कि झारखंड में तेजस्वी यादव बहुत पसीना बहा रहे हैं लेकिन इनकी पार्टी का खाता भी नहीं खुलेगा। नपिछली बार ज्यादा सीट पर चुनाव लड़े थे लेकिन सिर्फ एक सीट पर इनके उम्मीदवार रो जीत मिली। इस बार वह भी साफ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल के लोग ठग हैं। इनको वोट कैन देगा?
रामकृपाल यादव ने कहा कि पाटलिपुत्र में मैं हारा नहीं बल्कि पैसे के बल पर हराया गया। एक लोकसभा क्षेत्र में मीसा भारती को जिताने के लिए 50 करोड़ से ज्यादा राशि खर्च की गई। इसके बावजूद जनता ने मुझे 5 लाख से ज्यादा वोट देकर भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव से ज्यादा वोट मिले हैं लेकिन लोगों की आंख में धूल झोंक कर और पैसे के बल पर चुनाव परिणाम को प्रभावित किया गया। यह भी आरोप लगाया कि राजद के उम्मीदवारों की जीत के लिए भू माफिया, बालू माफिया, शराब माफिया जैसे तमाम तत्वों को लगाया गया। इसके बावजूद भी चार सीट ही निकाल पाए। मुझे हराने के लिए माफिया तत्वों की होड़ लग गई।
रामकृपाल यादव ने आरोप लगाया कि लालू यादव खुद को गरीबों का मसीहा कहते हैं लेकिन सच्चाई यह है कि यह गरीबों का लुटेरे हैं। गरीबों को लूट लूट कर अरबपति, खरबपति बन गए हैं। हमसे तो कुछ भी छुपा हुआ नहीं है। तेजस्वी यादव के रोजगार वाले ट्वीट पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि यह रोजगार लेने वाले लोग हैं, नौकरी क्या देंगे। 17 महीना सत्ता में रहने के बाद कैसा रोजगार दिया यह सब जानते हैं। इनती नीति है- सामान दो और रोजगार पाओ।