• Latest
  • Trending
  • All
  • बिजनेस
हुबली में पत्नी के अत्याचार से तंग आकर आत्महत्या, सुसाइड नोट में आरोप

सॉरी पापा…मैं अब बहुत थक गई हूं, दर्द भरी लाइनें लिख इंटर की छात्रा ने लगा ली फांसी

March 27, 2025
आईपीओ

आईपीओ की कतार में केंट, करमतारा, विद्या वायर्स और मंगल इलेक्ट्रिकल

June 11, 2025
पीएम किसान

किसानों के लिए राहत की बयार: पीएम-किसान की 20वीं किस्त जल्द

June 11, 2025
दही

दही को बनाएं सुपरफूड: मिलाएं ये चीज़ें और पाएं चमत्कारी फायदे

June 11, 2025
शादी

ब्रह्म का विश्राम, साधना का आरंभ

June 11, 2025
राशिफल

11 जून 2025 का राशिफल

June 11, 2025
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुभव साझा

सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुभव साझा

June 10, 2025
केरल तट के पास जहाज में आग, बचाव अभियान जारी

भारतीय तटरक्षक बल ने निभाई अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारी

June 10, 2025
जयशंकर

जयशंकर की दो टूक: आतंकी हमलों पर घुसकर मारेंगे, पाकिस्तान बना रहा ‘आतंक का अड्डा’

June 10, 2025
सीएम योगी

महाराजा सुहेलदेव का सम्मान, मसूद के मेले पर विराम

June 10, 2025
कपिल सिब्बल

सरकार की न्यायपालिका पर पकड़? सिब्बल का आरोप

June 10, 2025
ममता

बंगाल विधानसभा में आतंकवादी हमले पर सीएम का तंज

June 10, 2025
भारत में घरेलू प्रवास में कमी, आर्थिक अवसरों में वृद्धि

अब सीमित होगी मनरेगा की गारंटी, खर्च पर केंद्र की लगाम

June 10, 2025
  • About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact
Wednesday, June 11, 2025
  • Login
ON THE DOT
  • मुख्य समाचार
  • देश
    • राज्य-शहर
  • विदेश
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • जीवंत
  • ENGLISH
No Result
View All Result
ON THE DOT
  • मुख्य समाचार
  • देश
    • राज्य-शहर
  • विदेश
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • जीवंत
  • ENGLISH
No Result
View All Result
ON THE DOT
No Result
View All Result
Home राज्य-शहर उत्तर प्रदेश

सॉरी पापा…मैं अब बहुत थक गई हूं, दर्द भरी लाइनें लिख इंटर की छात्रा ने लगा ली फांसी

ON THE DOT TEAM by ON THE DOT TEAM
March 27, 2025
in उत्तर प्रदेश
Reading Time: 1 min read
A A
0
हुबली में पत्नी के अत्याचार से तंग आकर आत्महत्या, सुसाइड नोट में आरोप

Image Courtesy: Google Symbolic Image

डेस्क:सॉरी पापा, मुझे माफ कर देना, मैं अब बहुत थक गई हूं। प्लीज किसी के ऊपर इसका दोष न दिया जाए, आई मिस यू मम्मी-पापा। दर्द भरी यह लाइनें सुसाइड नोट में लिखकर इंटर की छात्रा ने फांसी लगाकर जान दे दी। परिजनों के मुताबिक इंटर का पेपर खराब होने से बेटी ने फेल होने के डर में यह कदम उठाया। मौत के बाद घर में कोहराम मच गया। परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया।

कानपुर के बर्रा-2 निवासी विनोद पाल प्राइवेट कर्मचारी हैं। परिवार में पत्नी रत्ना, बेटा अनिकेत के अलावा 17 वर्षीय बेटी आंचल पाल इंटर की छात्रा थीं। परिजनों ने बताया कि बेटी आंचल की 12वीं की परीक्षा चल रही है। पिछले दिनों उसका अकांउट का पेपर था। परीक्षा देकर घर लौटी बेटी तनाव में थी। पूछने पर बताया कि पेपर में बाहर से प्रश्न पूछे गए हैं। इसलिए पेपर खराब हुआ है। ऐसे में उसे फेल होने का डर लग रहा था। बुधवार को उसकी शारीरिक शिक्षा की परीक्षा थी। इसको लेकर भी वह तनाव में थी। मां के साथ वह मंगलवार को कोचिंग गई थी। लौटने के बाद थोड़ी देर भाई के साथ बातें कीं, फिर अपने कमरे में चली गई। मां के मुताबिक बुधवार के पेपर को लेकर बेटी देर रात तक कमरे में बैठकर पढ़ती रही। फिर जब कमरे में जाकर देखा तो दुपट्टे के सहारे बेटी फंदे से झूल रही थी।

वहीं कानपुर में ही एक पेट्रोल पंप कर्मचारी ने भी सुसाइड कर लिया। मरने से पहले उसने सुसाइड नोट में लिखा- ‘सॉरी, मम्मी-पापा और दीदी-जीजा। मैं जिंदगी से इस कदर ऊब गया हूं कि अब जान देने जा रहा हूं। यह अंतिम लाइन लिखकर उसने दुपट्टे से फांसी लगाकर जान दे दी। मौसेरा भाई जब घर पहुंचा तो घटना की जानकारी हुई। फतेहपुर निवासी 24 वर्षीय शुभम दुबे उर्फ सिद्धांत पेट्रोल पंप में नौकरी करता था। वह बर्रा के संघर्ष नगर में मौसा सुनील दुबे के यहां रहकर नौकरी करता था। हाल ही में सिद्धांत की मां सड़क हादसे में घायल हो गई थी। जिन्हें देखने के लिए मौसी-मौसा फतेहपुर गए थे। घर पर सिद्धांत और उसका मौसेरा भाई थे। मौसेरे भाई ने बताया कि शाम को सिद्धांत कोचिंग आए और घर की चाबी लेकर चला गया। कोचिंग पढ़ने के बाद वह घर पहुंचा तो दरवाजा उड़का हुआ था।

जिन बच्चों को माता-पिता लाड और दुलार से पालते हैं, उनकी खुशियों के लिए अपने चैन सुकून की परवाह नहीं करते, वह बच्चे जिंदगी की जंग यूं हार रहे हैं मानो उनके लिए जीवन के कोई मायने नहीं। बुधवार को ही कानपुर में आत्महत्या के 5 मामले सामने आए। मार्च महीने की बात करें तो अब तक 26 दिनों में 51 लोग जिंदगी से जंग हारकर मौत को गले लगा चुके हैं। जान देने वालों में छात्र-छात्राओं की संख्या कहीं अधिक है। ऐसे में यह बड़ा सवाल है कि आखिर लोग इतनी आसानी से मौत को गले कैसे लगा लेते हैं। मनोचिकित्सकों का मानना है कि वर्तमान दौर में लोगों के बीच बातचीत का अभाव हो गया है। अकेलापन इस कदर हावी है कि जिंदगी की छोटी सी परेशानी पहाड़ सी लगने लगती है।

कानपुर के रावतपुर में 10वीं के छात्र 16 वर्षीय कृष्णा तिवारी, काकादेव में ब्लैकमेलिंग से बीपीएड की छात्रा ने जान दी। बाबूपुरवा में 35 वर्षीय आटो चालक सुजीत कठेरिया, पनकी में 26 वर्षीय शिवकुमार, चकेरी के सनिगवां निवासी 48 वर्षीय काली प्रसाद, मूलगंज निवासी शुभम गुप्ता, सचेंडी में किशोरी, कल्याणपुर निवासी यश, अर्मापुर में आर्डिनेस कर्मी के बेटे आकाश सिंह, फीलखाना में दसवीं के छात्र अनुज मिश्रा, बिधनू के कठारा गांव में बाइक मैकेनिक अमित समेत मार्च के 51 ने अपनी जान दे दी।

अपने व्हाट्सएप पर ब्रह्मांड को आत्मसमर्पण करने की बात लिखकर ज्योतिषी के बेटे प्रशांत शुक्ला उर्फ प्रिंस ने आत्महत्या कर ली थी। उसने जान देने का भी अलग रास्ता चुना और कोयला जलाकर दरवाजा बंद कर सो गया। दम घुटने से उसकी मौत हो गई।

आईटीबीपी की 32वीं वाहिनी में तैनात कांस्टेबल कोरी काना रवि कुमार का शव कैंपस के जंगल में नीम के पेड़ पर रस्सी के सहारे लटकता मिला था। 27 फरवरी को हुई इस घटना की जांच पुलिस ने की तो सामने आया कि वह निजी समस्याओं से जूझ रहा था।

 

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Trending News

  • 2024 में खुलेंगे राम मंदिर के दरवाजे, 1000 साल तक कायम रहेगी भव्यता

    2024 में खुलेंगे राम मंदिर के दरवाजे, 1000 साल तक कायम रहेगी भव्यता

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • रामनवमी से पहले ही राम लला का सूर्याभिषेक देख भक्त हुए निहाल

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • स्वामी चिदम्बरानन्द महाराज के अवतरण महोत्सव व सिवा ट्रस्ट वार्षिकोत्सव का आयोजन

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • 24 अगस्त से फिर शुरू हो रही है रामायण सर्किट रेल यात्रा

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • भारत से विभाजन के समय पाकिस्तान में थे 20 फीसदी हिंदू, धर्मांतरण और उत्पीड़न के बाद अब कितने बचे

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • बैलेंसिंग लाइफ ही जिंदगी को खुशहाल बना सकती है: रचना हिरण

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • मुख्य समाचार
  • देश
  • विदेश
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • जीवंत
  • ENGLISH
Call us: +91 98330 26960
No Result
View All Result
  • मुख्य समाचार
  • देश
    • राज्य-शहर
  • विदेश
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • जीवंत
  • ENGLISH

Copyright © 2020 ON THE DOT

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In