उज्जैन:मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में नागचंद्रेश्वर महादेव 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक भगवान महाकालेश्वर मंदिर के दूसरे तल पर स्थित हैं। साल में एक बार खुलने वाले इस मंदिर के पट को महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गुरु और उनके सहयोगी खोलते हैं। सबसे पहले यहां महानिर्वाणी अखाड़े के महंत के द्वारा पूजा-अर्चना के बाद श्रद्धालुओं के दर्शन के लिये पट खोल दिये जाते हैं।
नागपंचमी पर देशभर से श्रद्धालु नागचंद्रेश्वर के दर्शन को पहुचते हैं। इस बार नागपंचमी और सावन सवारी होने से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। उज्जैन प्रशासन नागपंचमी के दिन 4 लाख श्रद्धालुओं को लेकर व्यवस्था कर रहा है। यह देश का एकमात्र ऐसा मंदिर है जो साल में सिर्फ एक बार मात्र 24 घंटे के लिए भगवान के पट खोले जाते हैं।
नागचन्द्रेश्वर दर्शन के लिए यह होगी दर्शन व्यवस्था
इस बार प्रशासन द्वारा यहां आने वाले सामान्य श्रद्धालुओं को एक घंटे में दर्शन कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसकी वजह यह है कि मंदिर में पहुंचने के लिए जो ब्रिज बना है उस ब्रिज से सहजता और शीघ्रता से दर्शन हो सकेंगे। नए ब्रिज को केंद्रीय भवन अनुसन्धान रुड़की और लोक निर्माण की और से एनओसी भी मिल चुकी है।
दर्शन के लिए ऐसी है व्यवस्था…
नागपंचमी पर नागचन्द्रेश्वर के सामान्य दर्शन के लिए आने वाले दर्शनार्थी भील समाज की धर्मशाला में वाहन पार्क कर दातार अखाड़ा की गली से चारधाम मंदिर के झिकझेग से होकर हरसिद्धी मंदिर चौराहा पहुंचेंगे। फिर यहां से वो बड़ा गणेश मंदिर के सामने से मंदिर के चार नबंर गेट और फिर विश्राम धाम पहुंचेंगे। विश्राम धाम की रैलिंग से नए ब्रिज के माध्यम से नागचन्द्रेश्वर मंदिर पहुंचकर दर्शन के बाद वापस विश्राम धाम से होकर मार्बल गलियारे से मंदिर के मुख्य पालकी गेट से बाहर होगें।
250 रुपये की रसीद से शीघ्र दर्शन व्यवस्था
नागचंद्रेश्वर मंदिर में 250 रुपये की रसीद से शीघ्र दर्शन की व्यवस्था है। यह टिकट लेने वाले दर्शनार्थी चारधाम मंदिर की ओर से आकर हरसिद्धी मंदिर चौराहे से शामिल होकर दूसरी कतार से सामान्य दर्शनार्थी के साथ ही मंदिर तक पहुंचेगे। वापसी में मुख्य गेट से बाहर होकर वापस हरसिद्धी चौराहे तक पहुंच सकेंगे।
VVIP प्रोटोकॉल व्यवस्था
नागपंचमी पर्व पर मंदिर आने वाले वीवीआईपी के लिए उन्हें निर्माल्य गेट से प्रवेश कराने की व्यवस्था है। यहां आने के बाद सभा मंडप के ऊपर से होकर रैंप से विश्राम धाम पहुंचकर नए ब्रिज से दर्शन के बाद इसी मार्ग से वो वापस हो सकते हैं।
वाहन पार्किंग की ऐसी होगी व्यवस्था
भगवान नागचंद्रेश्वर का आशीर्वाद पाने देशभर से भक्त नाग पंचमी के दिन उज्जैन पहुंचते हैं। इस बार सावन का तीसरा सोमवार और नाग पंचमी एक साथ होने से भारी भीड़ आने की संभावना है। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ला ने बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं से वाहन पार्किंग के संबंध में विशेष रूप से अपील की है। उन्होंने बताया कि, इंदौर, देवास, मक्सी, बड़नगर, आगर रोड से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग मार्गों पर पार्किंग की व्यवस्था है। चारपहिया वाहनों को मंदिर से दूर ही खड़ा करवाया जाएगा। इसके बाद श्रद्धालु पैदल ही मंदिर जा सकेंगे।
सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मी की ड्यूटी 24 घंटे लगेगी
पुलिस अधीक्षक सतेन्द्र कुमार शुक्ला का कहना है कि इस बार नाग पंचमी और महाकाल सवारी होने के कारण 1050 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी महाकाल सवारी में ओर 1200 पुलिसकर्मी नागपंचमी पर निरंतर 24 घंटे ड्यूटी देंगे।
दर्शन को लेकर यह है मान्यता
ऐसी मान्यता है कि, नागचंद्रेश्वर महादेव के दर्शन करने से व्यक्ति के सारे दुख-दर्द और कालसर्प दोष खत्म हो जाते हैं। भगवान नागचंद्रेश्वर का आशीर्वाद लेने देशभर से भक्त नाग पंचमी पर उज्जैन आते हैं।