नई दिल्ली:भारत की स्टार महिला टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा अपने आखिरी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट में खिताब जीतने से चूक गईं। सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना की जोड़ी को शुक्रवार को ऑस्ट्रेलियन ओपन मिक्स्ड डबल्स में ब्राजीलियाई जोड़ी लुईसा स्टेफनी व राफेल मातोस के हाथों सीधे सेटों में शिकस्त झेलनी पड़ी। बता दें कि ब्राजीलियाई जोड़ी अपना पहला ग्रैंड स्लैम खिताब जीता है।
सानिया मिर्जा पहले ही संन्यास की घोषणा कर चुकी हैं। वह दुबई में अपना विदाई मैच खेलेंगी। यह भारतीय टेनिस खिलाड़ी का आखिरी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट था, जहां वो खिताब के पास आकर चूक गईं। सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना ने फाइनल में ब्राजीलियाई जोड़ी को पहले सेट में कड़ी टक्कर दी, लेकिन दूसरे सेट में स्टेफनी-मातोस ने भारतीय जोड़ी को एकतरफा अंदाज में मात दी। सानिया-बोपन्ना को स्टेफनी-मातोस के हाथों सीधे सेटों में 6-7 और 2-6 के अंतर की शिकस्त मिली।
सानिया मिर्जा खिताब गंवाने के बाद भावुक हो गईं। उन्होंने कहा, ‘मैं कुछ और टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाली हूं, लेकिन मेरे पेशेवर करियर की शुरुआत 2005 में मेलबर्न में हुई। मैंने सेरेना विलियम्स का सामना किया। मुझे यहां बार-बार आने का मौका मिला और आप सभी के सामने खेला। आप लोगों में मुझे यहां घर जैसा महसूस कराया। रोड लेवर एरीना विशेष है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि अपने बेटे के सामने यहां ग्रैंड स्लैम फाइनल खेल सकूंगी। हां, ऐसा हुआ और मैंने फाइनल खेला।’