राजस्थान में जारी राजनीतिक उथल-पुथल के बीच पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने सोमवार रात खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के आवास पर जाकर मुलाकात की। राज्य में हालिया राजनीतिक घटनाक्रम के मद्देनजर बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस मुलाकात के बाद खाचरियावास के सुर कुछ बदले-बदले लग रहे हैं।
खाचरियावास को कभी पायलट का दाहिना हाथ माना जाता था, जिन्होंने अशोक गहलोत के खेमे के नेताओं का मुकाबला करने का बीड़ा उठाया था, लेकिन तब से अब तक राजनीतिक स्थिति बदल गई है। अब वह गहलोत खेमे के उन सबसे मुखर नेताओं में से थे, जिन्होंने जुलाई 2020 में बगावत करने वाले 18 विधायकों में से मुख्यमंत्री चेहरा चुनने का विरोध किया था।
पायलट से बातचीत कोई नई बात नहीं
खाचरियावास ने मंगलवार को कहा कि पायलट के साथ बातचीत कोई नई बात नहीं थी। हालांकि, उन्होंने दोनों के बीच हुई बातचीत के बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। वहीं, खाचरियावास ने आज मुख्यमंत्री कार्यालय में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी मुलाकात की।
बताया गया है कि, बैठक रात करीब साढ़े नौ बजे शुरू हुई और रात 11 बजे तक चली। इस बैठक को लेकर पायलट की ओर से कोई बयान नहीं आया। खाचरियावास ने मंगलवार को सचिवालय में संवाददाताओं से कहा कि पायलट के साथ बातचीत करना कोई नई बात नहीं है क्योंकि वह और पायलट विधानसभा में एक ही बेंच पर बैठते हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि लंबे समय के बाद यह मुलाकात हुई है।
हम विधानसभा में भी बात करते रहते हैं
उन्होंने कहा कि अगर हम बात करें तो यह कोई नई बात नहीं है। हम विधानसभा में भी बात करते रहते हैं। अगर पायलट साहब मेरे घर आएंगे तो जाहिर है हम भजन-कीर्तन तो नहीं करेंगे… सारी बातें करेंगे। हमने हर चीज के बारे में बात की और हमने जो बात की वह यहां साझा करने लायक नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि सचिन पायलट मेरे घर आए…तुम क्या चाहते हो, बताओ? वह करीब डेढ़ घंटे बैठे रहे…क्या वह मेरे घर नहीं आ सकते? वह पार्टी के नेता हैं। हम बैठे और चर्चा की।
राजस्थान में सब कुछ ठीक चल रहा है
यह पूछे जाने पर कि क्या वे लंबे समय बाद मिले हैं, उन्होंने कहा कि हमारे बीच इतने मतभेद नहीं हैं। हम सब पार्टी में एक साथ काम करते हैं और इतना स्नेह रहा है। बीच-बीच में चीजें होती रहती हैं, इसमें नया क्या है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में सब कुछ ठीक चल रहा है। यह पूछने पर कि क्या वह आपको मनाने के लिए वहां आए थे, उन्होंने कहा कि हमारे बीच कोई व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है।
उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री से मिला हूं, मैं मंत्री हूं और उनसे मिलना-जुलना भी होता रहता है। गौरतलब है कि प्रताप सिंह खाचरियावास जुलाई 2020 से पहले सचिन पायलट खेमे में हुआ करते थे।
वहीं, दूसरी ओर राज्य मंत्री राजेंद्र गुढ़ा, पायलट के आवास पर पहुंचे और बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि खाचरियावास का दिल पायलट के साथ है। गहलोत के करीबी माने जाने वाले गुढ़ा ने हाल ही में पायलट के समर्थन में बयान दिया है।