मुंबई:केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के खिलाफ कथित कदाचार और भ्रष्टाचार के पांच मामलों की जांच महाराष्ट्र पुलिस से अपने हाथों में ले ली है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर केंद्रीय एजेंसी की स्पेशल क्राइम यूनिट ने मंगलवार देर शाम मामले दर्ज किए। अधिकारियों ने बताया कि ठाणे और मुंबई में दर्ज सभी पांच प्राथमिकियां अब सीबीआई ने अपनी नियमावली के अनुसार अपने मामलों के रूप में फिर से दर्ज की हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने 24 मार्च को परमबीर सिंह के खिलाफ कदाचार और भ्रष्टाचार के आरोपों पर विभिन्न मामलों की जांच सीबीआई को हस्तांतरित कर दी थी। जस्टिस एक के कौल और जस्टिस एमएम सुंदरेश की पीठ ने कहा था कि राज्य पुलिस में लोगों का विश्वास फिर से बहाल करने के लिए मामलों की गहन जांच की जरूरत है।
पीठ ने कहा था, ‘न्याय के सिद्धांत को आगे बढ़ाने के लिए जांच सीबीआई को हस्तांतरित करने की आवश्यकता है। हम यह नहीं कह रहे हैं कि अपीलकर्ता (सिंह) एक व्हिसल-ब्लोअर हैं या इस मामले में संलिप्त कोई भी व्यक्ति दूध का धुला है।’ पीठ ने सिंह का निलंबन रद्द करने से भी इनकार कर दिया था और कहा था कि भविष्य की सभी प्राथमिकियां भी सीबीआई को हस्तांतरित की जाएंगी।
सुप्रीम कोर्ट ने 24 मार्च को परमबीर सिंह के खिलाफ कदाचार और भ्रष्टाचार के आरोपों पर विभिन्न मामलों की जांच सीबीआई को हस्तांतरित कर दी थी। जस्टिस एक के कौल और जस्टिस एमएम सुंदरेश की पीठ ने कहा था कि राज्य पुलिस में लोगों का विश्वास फिर से बहाल करने के लिए मामलों की गहन जांच की जरूरत है।
पीठ ने कहा था, ‘न्याय के सिद्धांत को आगे बढ़ाने के लिए जांच सीबीआई को हस्तांतरित करने की आवश्यकता है। हम यह नहीं कह रहे हैं कि अपीलकर्ता (सिंह) एक व्हिसल-ब्लोअर हैं या इस मामले में संलिप्त कोई भी व्यक्ति दूध का धुला है।’ पीठ ने सिंह का निलंबन रद्द करने से भी इनकार कर दिया था और कहा था कि भविष्य की सभी प्राथमिकियां भी सीबीआई को हस्तांतरित की जाएंगी।