जयपुर:राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने सीएम अशोक गहलोत के भाई पर सीबीआई रेड पर बड़ा बयान दिया है। पायलट ने कहा कि सीएम के भाई पर रेड डालकर पीएम मोदी केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं। पायलट ने कहा कि सीबीआई ने सीएम गहलोत के भाई के यहां जो छापेमारी की है. वो इस बात का प्रतीक है कि देश की एजेंसीज चाहे वो इनकम टैक्स हो, सीबीआई हो या ईडी हो। ये सभी राजनीतिक दबाव में काम कर रही है।
लोकतंत्र में विपक्ष की आवाज कुचली जा रही है। राजधानी जयपुर में कांग्रेस के धरना प्रदर्शन के बाद मीडिया से बात करते हुए पायलट ने कहा कि भाजपा सरकार को सत्ता का घमंड आ गया है। इसलिए विपक्ष के नेताओं को परिजनों पर सीबीआई के छापे मारे जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि राजस्थान कांग्रेस कमेटी ने पार्टी नेता राहुल गांधी को ईडी की ओर से बार-बार पूछताछ के लिए बुलाए जाने के विरोध में सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किए गए। पीएम विपक्ष की आवाज को कुचलना चाहते हैं। लेकिन हम लड़ेंगे और जीतेंगे। राहुल गांधी से लगातार इतने घंटे की पूछताछ के बाद ईडी ने सोमवार को फिर बुलाया है। पायलट ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और हमारे नेतृत्व के पास छिपाने को कुछ नहीं है।
सचिन पायलट ने कहा कि राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से प्रेरित होकर केंद्र सरकार हमारे नेता राहुल गांधी के खिलाफ काम कर रही है। राहुल गांधी के खिलाफ जांच एजेंसियों की द्वेषपूर्ण कार्रवाई की जा रही है। सचिन पायलट ने आज राजधनी जयपुर में ईडी के विरोध में कलेक्ट्रेट सर्किल पर जयपुर कांग्रेस के धरना-प्रदर्शन में भाग लिया। सचिन पायलट ने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष की आवाज को भाजपा दबाना चाहती है। पीएम मोदी बदले की भावना से काम कर रहे हैं। केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि सचिन पायलट दिल्ली से लौट आए है। आज धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए। पायलट दिल्ली में ही कमान संभाले हुए थे। पायलट को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में भी रखा, लेकिन बाद में रिहा कर दिया गया।
राहुल गांधी को ईडी का समन देने के विरोध में आज प्रदेश भर के जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन किया गया। जिला मुख्यालयों पर जिला प्रभारी मंत्रियों ने कमान संभाली। पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने सभी जिला प्रभारी मंत्री और विधायकों को विरोध-प्रदर्शन करने के निर्देश दिए। कांग्रेस के धरना प्रदर्शन में कांग्रेसियों में एकजुटता दिखाई दी। जिला मुख्यालयों पर केंद्र सरकार के कार्यालयों के बाहर धरना देकर अपना विरोध जताया गया।